बेहतर चिकित्सा सुविधा मिली
नवरात्रि पर्व के दौरान श्रद्धालुओं को अच्छी चिकित्सा सुविधा प्रदान की गई। बीएमओं डॉ. बीपी इक्का के नेतृत्व में ऊपर मंदिर से लेकर पैदल यात्री मार्गो के विभिन्न ग्रामों में लगे यात्री शिविरों में स्टॉल लगाकर बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई। नवरात्रि पर्व के दौरान २४ घंटे प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध कराई गई। लगभग ३५० कर्मचारी-अधिकारियों ने अपनी सेवाएं दी।
नवरात्रि पर्व के दौरान श्रद्धालुओं को अच्छी चिकित्सा सुविधा प्रदान की गई। बीएमओं डॉ. बीपी इक्का के नेतृत्व में ऊपर मंदिर से लेकर पैदल यात्री मार्गो के विभिन्न ग्रामों में लगे यात्री शिविरों में स्टॉल लगाकर बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई। नवरात्रि पर्व के दौरान २४ घंटे प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध कराई गई। लगभग ३५० कर्मचारी-अधिकारियों ने अपनी सेवाएं दी।
अन्य मंदिरों के ज्योत भी विसर्जित
शहर के अन्य मंदिरों में स्थापित ज्योति कलश नवमीं के दिन विसर्जित किए गये। जिनमें प्रमुख रूप से मां दंतेश्वरी मंदिर, काली मंदिर, रणचंडी मंदिर, संतोषी मंदिर, कौशल्या माता मंदिर, अन्नपूर्णा मंदिर, बजरंग मंदिर, दुर्गा मंदिर, कालीबाड़ी मंदिर सहित घरों में स्थापित ज्योति कलशो के विसर्जन का तांता भी दिन से लेकर रात तक लगा रहा। दुर्गानवमीं का उत्सव भी शिवराम मंदिर में धूमधाम से मनाया गया। विशेष पूजन अर्चन कर सुंदर कांड व हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ भी किया गया।
शहर के अन्य मंदिरों में स्थापित ज्योति कलश नवमीं के दिन विसर्जित किए गये। जिनमें प्रमुख रूप से मां दंतेश्वरी मंदिर, काली मंदिर, रणचंडी मंदिर, संतोषी मंदिर, कौशल्या माता मंदिर, अन्नपूर्णा मंदिर, बजरंग मंदिर, दुर्गा मंदिर, कालीबाड़ी मंदिर सहित घरों में स्थापित ज्योति कलशो के विसर्जन का तांता भी दिन से लेकर रात तक लगा रहा। दुर्गानवमीं का उत्सव भी शिवराम मंदिर में धूमधाम से मनाया गया। विशेष पूजन अर्चन कर सुंदर कांड व हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ भी किया गया।
रोक दी गई ट्रेनों की आवाजाही
नीचे मंदिर से प्रारंभ ज्योति कलशों की कतारों के बीच ट्रेनों की आवाजाही बंद कर दी जाती है। नीचे मंदिर से महावीर तालाब जाते समय करीब १ घंटे एवं वापसी के समय १ घंटे ऐसा करके लगभग दो घंटे ट्रेनों की आवाजाही बिल्कुल बंद कर दी जाती है। स्टेशन प्रबंधक पूर्व स्टेशन मास्टर विश्वनाथ यादव, वाणिज्य निरीक्षक श्री यादव,रेलवे पुलिस व छग पुलिस के जवान वॉकी-टॉकी के माध्यम से पूरी व्यवस्था संभाले हुये थे।
नीचे मंदिर से प्रारंभ ज्योति कलशों की कतारों के बीच ट्रेनों की आवाजाही बंद कर दी जाती है। नीचे मंदिर से महावीर तालाब जाते समय करीब १ घंटे एवं वापसी के समय १ घंटे ऐसा करके लगभग दो घंटे ट्रेनों की आवाजाही बिल्कुल बंद कर दी जाती है। स्टेशन प्रबंधक पूर्व स्टेशन मास्टर विश्वनाथ यादव, वाणिज्य निरीक्षक श्री यादव,रेलवे पुलिस व छग पुलिस के जवान वॉकी-टॉकी के माध्यम से पूरी व्यवस्था संभाले हुये थे।