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दो घंटे से ज्यादा ट्रेनों की आवाजाही पर लगा रहा ब्रेक

locationराजनंदगांवPublished: Oct 09, 2019 10:44:40 am

Submitted by:

Nakul Sinha

देर रात तक हुआ ज्योति कलशों का विसर्जन

More than two hours train brake

विसर्जन के लिए… नीचे मंदिर के ज्योति कलशों को रात में निकाली गई।

राजनांदगांव / डोंगरगढ़. राज्य के सबसे बड़े धार्मिक स्थल मां बम्लेश्वरी देवी मंदिर में आयोजित क्वांर नवरात्रि पर्व का धार्मिक भावना के अनुरूप समापन हुआ। ७ अक्टूबर की देर रात ज्योति कलशों के नयनाभिराम विसर्जन से कार्यक्रम का विधिवत समापन हुआ। नीचे मंदिर में प्रज्जलवित ९१६, शीतला मंदिर की ६१ ज्योति कलशों का एक साथ विसर्जन ऐतिहासिक महावीर तालाब में किया गया। विसर्जन यात्रा में पूर्व विधायक रामजी भारती, विनोद खांडेकर, मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नारायण अग्रवाल, पूर्व अध्यक्ष बृजरतन भैया, उपाध्यक्ष रघुवर अग्रवाल, कोषाध्यक्ष विरधीचंद भंडारी, मंत्री नवनीत तिवारी, ट्रस्टीगण महेंद्र परिहार, संजय अग्रवाल, संजय श्रीवास्तव, सुभाष अग्रवाल, अजय सिंह ठाकुर, सहित सभी ट्रस्टी, संध्या देशपांडे, अनिल गट्टानी, लक्ष्मीनारायण अग्रवाल व गणमान्य नागरिक शामिल हुए। मनोकामना ज्योति कलशों की विसर्जन यात्रा देर रात ११.१५ बजे नीचे मंदिर से प्रांरभ हुई इसके पूर्व ज्योति कलश धारण करने वाली महिलाओं को कार्यकर्ताओ के द्वारा विशाल आंगन मे बैठाया गया। नए वस्त्र धारण किये महिलाएं बाल खुला रखकर अपनी झोली में ओटी भरवाकर कलशों को अंतिम पड़ाव तक ले जाने तैयार थी। महिलाओं को कतारबद्ध खड़ाकर ज्योति कलश सीधे उनके सिर पर धारण कराया गया।
बेहतर चिकित्सा सुविधा मिली
नवरात्रि पर्व के दौरान श्रद्धालुओं को अच्छी चिकित्सा सुविधा प्रदान की गई। बीएमओं डॉ. बीपी इक्का के नेतृत्व में ऊपर मंदिर से लेकर पैदल यात्री मार्गो के विभिन्न ग्रामों में लगे यात्री शिविरों में स्टॉल लगाकर बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई। नवरात्रि पर्व के दौरान २४ घंटे प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध कराई गई। लगभग ३५० कर्मचारी-अधिकारियों ने अपनी सेवाएं दी।
अन्य मंदिरों के ज्योत भी विसर्जित
शहर के अन्य मंदिरों में स्थापित ज्योति कलश नवमीं के दिन विसर्जित किए गये। जिनमें प्रमुख रूप से मां दंतेश्वरी मंदिर, काली मंदिर, रणचंडी मंदिर, संतोषी मंदिर, कौशल्या माता मंदिर, अन्नपूर्णा मंदिर, बजरंग मंदिर, दुर्गा मंदिर, कालीबाड़ी मंदिर सहित घरों में स्थापित ज्योति कलशो के विसर्जन का तांता भी दिन से लेकर रात तक लगा रहा। दुर्गानवमीं का उत्सव भी शिवराम मंदिर में धूमधाम से मनाया गया। विशेष पूजन अर्चन कर सुंदर कांड व हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ भी किया गया।
रोक दी गई ट्रेनों की आवाजाही
नीचे मंदिर से प्रारंभ ज्योति कलशों की कतारों के बीच ट्रेनों की आवाजाही बंद कर दी जाती है। नीचे मंदिर से महावीर तालाब जाते समय करीब १ घंटे एवं वापसी के समय १ घंटे ऐसा करके लगभग दो घंटे ट्रेनों की आवाजाही बिल्कुल बंद कर दी जाती है। स्टेशन प्रबंधक पूर्व स्टेशन मास्टर विश्वनाथ यादव, वाणिज्य निरीक्षक श्री यादव,रेलवे पुलिस व छग पुलिस के जवान वॉकी-टॉकी के माध्यम से पूरी व्यवस्था संभाले हुये थे।
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