समस्या का हुआ समाधान
एसडीएम डॉ.वर्मा ने कहा कि मातृत्व सदन क्वारंटाइन सेंटर में लगभग पच्चीस गर्भवती महिलाओं के साथ उनके बच्चे भी है जिसमें महिलाओं की ही ड्यूटी यथावत रहेगी और भोजन बनाने की व्यवस्था क्वारंटाइन सेंटर के किचन में ही किया जाना सुनिश्चित है। चुंकि प्रथम दिन निरीक्षण के दौरान क्वारंटाइन सेंटर में दोपहर 11 बजे तक भोजन नहीं मिला था जिससे मातृत्व के साथ उनके बच्चे भूखे थे। खाना यही बनाने से उनके मन में भी निर्धारित समय में भोजन मिलने की लालसा बनी रहेगी। रात्रिकालीन ड्यूटी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका के साथ शिक्षा विभाग के महिला शिक्षक, स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं उनके अधीनस्थ मितानिन दीदियों का भी रात्रिकालीन ड्यूटी में सहयोग मिलने की बात कही। ड्यूटी में सेवारत स्टाफ को किसी भी प्रकार की समस्या हो तो मुझसे मोबाइल या उपस्थित होकर संपर्क करे। समस्या के संबंध में बातों को इधर उधर ना शेयर ना करे।
एसडीएम डॉ.वर्मा ने कहा कि मातृत्व सदन क्वारंटाइन सेंटर में लगभग पच्चीस गर्भवती महिलाओं के साथ उनके बच्चे भी है जिसमें महिलाओं की ही ड्यूटी यथावत रहेगी और भोजन बनाने की व्यवस्था क्वारंटाइन सेंटर के किचन में ही किया जाना सुनिश्चित है। चुंकि प्रथम दिन निरीक्षण के दौरान क्वारंटाइन सेंटर में दोपहर 11 बजे तक भोजन नहीं मिला था जिससे मातृत्व के साथ उनके बच्चे भूखे थे। खाना यही बनाने से उनके मन में भी निर्धारित समय में भोजन मिलने की लालसा बनी रहेगी। रात्रिकालीन ड्यूटी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका के साथ शिक्षा विभाग के महिला शिक्षक, स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं उनके अधीनस्थ मितानिन दीदियों का भी रात्रिकालीन ड्यूटी में सहयोग मिलने की बात कही। ड्यूटी में सेवारत स्टाफ को किसी भी प्रकार की समस्या हो तो मुझसे मोबाइल या उपस्थित होकर संपर्क करे। समस्या के संबंध में बातों को इधर उधर ना शेयर ना करे।