8 करोड़ की लागत से बनना था पुल
शहर के टिकरापारा वार्ड सहित आधा दर्जन गांवों को सीधे शहर से जोडऩे वाले इस पुराने पुल को नवनिर्माण बजट में स्वीकृत किया गया था। 75 मीटर लंबाई के बनने वाले इस नए उच्च स्तरीय पुल के लिए सर्वे सहित कागजी कार्रवाई पूरी कर सेतू निगम ने डीपीआर तैयार कर मंत्रालय में जमा करा दिया था। इस पुल के निर्माण में लगभग 8 करोड़ रूपये की लागत का अनुमान विभाग ने तैयार किया है। सरकार बदलने के बाद इसमें प्रक्रिया अटकी पड़ी है। बताया गया कि उक्त मामले में वित्त मंत्रालय की स्वीकृति नही मिल पाई है जिसके कारण पूरी तैयारी धरी रह गई है। ऐसे में पालिकाध्यक्ष ने मामले में लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू को पत्र लिखकर इसकी स्वीकृति देने की मांग की है।
शहर के टिकरापारा वार्ड सहित आधा दर्जन गांवों को सीधे शहर से जोडऩे वाले इस पुराने पुल को नवनिर्माण बजट में स्वीकृत किया गया था। 75 मीटर लंबाई के बनने वाले इस नए उच्च स्तरीय पुल के लिए सर्वे सहित कागजी कार्रवाई पूरी कर सेतू निगम ने डीपीआर तैयार कर मंत्रालय में जमा करा दिया था। इस पुल के निर्माण में लगभग 8 करोड़ रूपये की लागत का अनुमान विभाग ने तैयार किया है। सरकार बदलने के बाद इसमें प्रक्रिया अटकी पड़ी है। बताया गया कि उक्त मामले में वित्त मंत्रालय की स्वीकृति नही मिल पाई है जिसके कारण पूरी तैयारी धरी रह गई है। ऐसे में पालिकाध्यक्ष ने मामले में लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू को पत्र लिखकर इसकी स्वीकृति देने की मांग की है।
जर्जर पूल से बढ़ रही परेशानी
इधर राममंदिर के पास स्थित इस पुल के काफी संकरा और जर्जर होने की शिकायतें भी लंबे समय से है। वार्ड पार्षद शेषनारायण यादव ने बताया कि पुल काफी संकरा और जर्जर हो रहा है। पुल के नीचे पिलर से अब लोहे की छड़ें बाहर निकल आई है। ऐसे मे भारी वाहनों के आने जाने के दौरान बड़ा खतरा बना रहता है। पुल के मोड़ पर होने और संकरा होने के कारण आए दिन यहां दुर्घटनाएं होते रहते है। ऐसी सूरत में नए उच्चस्तरीय पुल का निर्माण बेहद जरूरी हो गया है।
इधर राममंदिर के पास स्थित इस पुल के काफी संकरा और जर्जर होने की शिकायतें भी लंबे समय से है। वार्ड पार्षद शेषनारायण यादव ने बताया कि पुल काफी संकरा और जर्जर हो रहा है। पुल के नीचे पिलर से अब लोहे की छड़ें बाहर निकल आई है। ऐसे मे भारी वाहनों के आने जाने के दौरान बड़ा खतरा बना रहता है। पुल के मोड़ पर होने और संकरा होने के कारण आए दिन यहां दुर्घटनाएं होते रहते है। ऐसी सूरत में नए उच्चस्तरीय पुल का निर्माण बेहद जरूरी हो गया है।
खैरागढ़ शहर विकास के लिए जरूरी है नया उच्चस्तरीय पुल निर्माण
पालिकाध्यक्ष मीरा चोपड़ा ने बताया कि टिकरापारा वार्ड सहित इलाके के आधा दर्जन गांवों को जोडऩे टिकरापारा राम मंदिर के पुराने पुल को हटाकर उच्च स्तरीय पुल निर्माण शहर विकास के लिए जरूरी है पिछली सरकार ने इसके लिए बजट में प्रावधान किया था। विभाग ने इसकी प्रक्रिया भी पूरी कर ली अब वित्त विभाग की मुहर लगनी बाकी है। टिकरापारा वार्ड विकास में पुल काफी सहायक सिद्ध होगा साथ ही इस पुल के कारण ग्रामीणों की आवाजाही में भी दूरी कम हो जाएगी। पालिकाध्यक्ष चोपड़ा ने बताया कि लोकनिर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू से इसकी वित्तीय स्वीकृति प्रदान करने की मांग की गई है ताकि इसका सीधा लाभ शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को मिल सके।
पालिकाध्यक्ष मीरा चोपड़ा ने बताया कि टिकरापारा वार्ड सहित इलाके के आधा दर्जन गांवों को जोडऩे टिकरापारा राम मंदिर के पुराने पुल को हटाकर उच्च स्तरीय पुल निर्माण शहर विकास के लिए जरूरी है पिछली सरकार ने इसके लिए बजट में प्रावधान किया था। विभाग ने इसकी प्रक्रिया भी पूरी कर ली अब वित्त विभाग की मुहर लगनी बाकी है। टिकरापारा वार्ड विकास में पुल काफी सहायक सिद्ध होगा साथ ही इस पुल के कारण ग्रामीणों की आवाजाही में भी दूरी कम हो जाएगी। पालिकाध्यक्ष चोपड़ा ने बताया कि लोकनिर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू से इसकी वित्तीय स्वीकृति प्रदान करने की मांग की गई है ताकि इसका सीधा लाभ शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को मिल सके।
पालिकाध्यक्ष ने मंत्री को पत्र लिखकर मांगी स्वीकृति
अध्यक्ष नगर पालिका परिषद खैरागढ़, मीरा चोपड़ा ने कहा कि टिकरापारा वार्ड स्थित राममंदिर के पास उच्च स्तरीय पुल निर्माण का पिछली बजट में प्रावधान किया गया था, इसकी वित्तीय स्वीकृति शासन स्तर पर अटकी है। लोनिवि मंत्री को पत्र लिखकर इसकी स्वीकृति मांगी गई है।
अध्यक्ष नगर पालिका परिषद खैरागढ़, मीरा चोपड़ा ने कहा कि टिकरापारा वार्ड स्थित राममंदिर के पास उच्च स्तरीय पुल निर्माण का पिछली बजट में प्रावधान किया गया था, इसकी वित्तीय स्वीकृति शासन स्तर पर अटकी है। लोनिवि मंत्री को पत्र लिखकर इसकी स्वीकृति मांगी गई है।