थाना प्रभारी पूरे दल के साथ रवाना हुए और पूछताछ भी की उसके बाद उनके मुखिया सरदार पिता हरकिशन उम्र 35 वर्ष निवासी कटनी सागर मध्य प्रदेश ने बताया कि हम लोग मजदूर है जो लोहा से हसिया, टंगिया, बसला बनाकर बेचते हैं और यही हमारा जीवन यापन का साधन है। हम लोग बालोद के पास गुजर-बसर कर रहे थे कि कोरोना वायरस के चलते अपने घर जाने किसी वाहन में आए थे। वाहन चालक ने बॉर्डर सील होने का पता चलते ही हाईवे किनारे बागनदी में छोड़ दिया है जिससे हमें परेशानी हो रही है। घर जाने के लिए किसी भी प्रकार का साधन नहीं है। साथ ही महिला, पुरुष और बच्चों को मिलाकर लगभग 45 लोग हैं। इसमें दो महिलाएं गर्भवती है एक महिला ज्योति पति सरदार 20 वर्ष पंचोड़ भोपाल, मध्य प्रदेश निवासी है इनकी पहली डिलीवरी होनी है, डिलीवरी का समय भी नजदीक है।
उनके निवास स्थान पर रवाना किया राशन पानी की तलाश में आसपास दुकानें ढूंढ रहे हैं कि सूचना पर थाना प्रभारी बागनदी केशरी चंद साहू और हमराह स्टाफ ने तत्काल पहुंच कर वाहन की व्यवस्था कर जंगल से गांव के किनारे पेट्रोल पंप के पास लाकर बार्डर में लगे मेडिकल कैंप से मेडिकल चेकअप के बाद ग्राम बागनदी के ग्रामवासी के सहयोग से सभी के लिए नास्ता और भोजन कराकर वाहन की व्यवस्था कर उनके गंतव्य स्थान देवरी सागर ‘मध्यप्रदेश’ के लिए रवाना किया गया।