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छत्तीसगढ़ के पदमश्री परिवार ने संगीत विवि कुलपति का किया सम्मान और कहा कि परिवार के लिए खुशी और गर्व की बात …

locationराजनंदगांवPublished: Aug 12, 2020 09:44:20 am

Submitted by:

Nitin Dongre

पदमश्री पुखराज बाफना, अनुज शर्मा, फुलबासन, शमशाद बेगम, अनुपरंजन पांडे, भारती बंधु पहुंचे खैरागढ़

Padmasri family of Chhattisgarh honored the music university patriarch and said that it is a matter of happiness and pride for the family ...

छत्तीसगढ़ के पदमश्री परिवार ने संगीत विवि कुलपति का किया सम्मान और कहा कि परिवार के लिए खुशी और गर्व की बात …

खैरागढ़. संगीत विवि की कुलपति बनी पदमश्री ममता चंद्राकर का सम्मान करने पहुंचे प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों के पदमश्री महारथियों ने संगीत विवि में कुलपति का सम्मान करते इसे प्रदेश सहित संगीत विवि के लिए गौरवपूर्ण बताया। पदमश्री अवार्ड विजेता फिल्म कलाकार अनुज शर्मा, चिकित्सा के क्षेत्र में अमूल्य योगदान देने वाले डॉ. पुखराज बाफना, कबीर भजनगायक भारती बंधु, थियेटर कलाकार एवं बस्तर बैंड संचालक अनुपरंजन पांडे, महिला सशक्तिकरण में पदमश्री फुलबासन यादव और शमशाद बेगम सोमवार को संगीत विवि पहुंचे और पदमश्री अवार्ड के साथ साथ कला के क्षेत्र में माहिर ममता चंद्राकर को कुलपति बनने को गर्व बताया।
सभी पदमश्री अवार्ड विजेताओं ने इस दौरान संगीत विवि को बेहतर प्रगति और नए सोपान तय करनें की शुभकामनाएं भी दी। छत्तीसगढिय़ा फिल्मों में बेहतरीन अदाकारी करनें वाले फिल्म कलाकार अनुज शर्मा ने कहा कि ममता चंद्राकर का कुलपति बनना खुशी और गौरव की बात है। पदमश्री प्राप्त सभी लोग यहां आना चाह रहे थे, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण नही पहुंच पाए। पदमश्री अवार्ड पाने वाले सभी छग के लोगो के की ओर से चंद्राकर का सम्मान किया गया है। शर्मा ने कहा कि ममता चंद्राकर का कार्यकाल यादगार होगा उन्हे प्रशासनिक के साथ कला क्षेत्र का पूर्ण अनुभव है संगीत विवि को आगे लेजाने में सफलता मिलेगी।
पदमश्री परिवार सदस्यों ने साझा किए अनुभव, दिए सुझाव

संगीत विवि के विश्राम गृह में आयोजित सम्मान कार्यक्रम के बाद पदमश्री परिवार के सदस्यों ने जहां कला और संस्कृति से जुड़ी यादे ताजा की तो दूसरी ओर अपनी मांगे और सुझाव भी रखें। फिल्म कलाकार अनुज शर्मा ने कुलपति चंद्राकर से मांग करते कहा कि प्रो आशीर्वादम के प्रसिद्ध थिसिस का हिंदी संस्करण छात्रों को उपलब्ध कराया जानें प्रयास होना चाहिए ताकि इसका लाभ ज्यादा मिल सके। तो दूसरी ओर संगीत पत्रिका को संगीत विवि में भी छात्रों के लिए उपलब्ध करानें की मांग रखी जिससे संगीतविवि के विद्यार्थियों को इसका लाभ मिले। डॉ. पुखराज बाफना ने कहा कि कला नृत्य आध्यात्म और संगीत के संगम के लिए विशेष प्रयास जारी रहे। उन्होंने संगीत विवि में स्वास्थ्य संबंधी व्याख्यान के लिए अपनी लगातार उपलब्धता देने की बात कही।
प्रादेशिक और पारंपरिक कला को बढ़ावा देना जरूरी

कबीर भजन के लिए प्रसिद्ध भारती बंधु ने प्रो बसंत टिमोथी के नाम पर सुगम संगीत सम्मान देने की शुरूआत करने का सुझाव दिया, तो दूसरी ओर पदमश्री परिवार को संगीत विवि के किसी भी कार्यक्रम में आमत्रंण नहीं मिलने की बात कहते कहा कि संगीत की त्रिवेणी में पदमश्री परिवार को हर कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाना चाहिए। बस्तर बैंड संचालक और थियेटर कलाकार अनुपरंजन पांडे ने भी लोक एवं जनजातिय परंपरा में बेहतर रूझान की बात कहते कहा कि भारतीय सहित प्रादेशिक और पारंपरिक कला को बढ़ावा देना जरूरी है। महिला सशक्तिकरण के आधार स्तंभ फुलबासन बाई और शमशाद बेगम नें भी महिला और बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने की बात कहते कहा कि संगीत विवि के छात्र-छात्राएं देश के साथ विदेशी पटल पर नाम रोशन करें ऐसे उपाय और प्रयास जरूरी है।

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