नगर में पहली बार 50 लाख की लागत से अंडर ग्राउंड नाली का निर्माण होगा। यह नाली का निर्माण बाजार चौक से शिवनाथ नदी किनारे स्थित शिव मंदिर के पीछे तक किया जाएगा। तीन दशक से नगरीय निकाय के लिए एक बड़ी समस्या बनकर उभरी बाजार चौक में जमा होने वाली नगर के निस्तार व नालियों का पानी का डिस्पोजल अब सही तरीके से किया जाएगा। नगर पंचायत अध्यक्ष अनिल मानिकपुरी की पहल व प्रयास पर नगरीय प्रशासन विकास विभाग ने अंडर ग्राउंड नाली निर्माण के लिए 50 लाख की स्वीकृति प्रदान की है। वर्षो पुरानी मांग व समस्या के निराकरण होने पर स्थानीय नागरिकों में हर्ष व्याप्त है।
नाली का पानी गिरने से नागरिकों में आक्रोश नगर के कई वार्डों के निस्तार का पानी नालियों के माध्यम से बाजार चौक में जमा होता था। यह नालियों का पानी शिवनाथ नदी में समूह जल संयंत्र योजना के क्रियान्वयन के लिए बनाए गए इंटेक वेल व पानी टंकी के सामने गिरता था। फिर यही पानी फिल्टर प्लांट तक पहुंचता था। जहां से फिल्टर होने के बाद ब्लाक के आर्सेनिक प्रभावित 24 गांवों में एवं नगर में पेयजल आपूर्ति के लिए सप्लाई होता था। नागरिकों की शिकायत थी की उन्हें नालियों के गंदा पानी को फिल्टर कर पिलाया जा रहा है। जिससे उन्हें कई तरह की बीमारियां हो रही है और उनके स्वास्थ्य व जीवन पर खतरा बना हुआ है। यदि अंडर ग्राउंड नाली का निर्माण हुआ तो लाखों लोगों को राहत मिलेगी।
नगर में पहली अंडर ग्राउंड नाली बनेगी नगर के 15 वार्डों में पिछले तीन दशकों में कही पर भी अंडर ग्राउंड नाली का निर्माण हुआ है। यदि बाजार चौक से शिव मंदिर तक नाली का निर्माण होता है तो यह नगर की पहली अंडर ग्राउंड नाली होगा। बताया जाता है की यह नाली सतह से सात आठ फीट गहरी होगी और चैंबर का निर्माण कर निस्तार व नालियों के पानी को शिवनाथ नदी में बनाए गए समूह जल सयंत्र योजना के लिए बनाए गए इंटेक वेल की विपरित दिशा में डिस्पोजल किया जाएगा।
नागरिकों ने जताया हर्ष, बड़ी समस्या हुई दूर नगर के वार्ड 13 निवासी वन कर्मी चतुर निषाद, वार्ड 11 निवासी शिक्षक रमेश सोनी, वार्ड 15 निवासी मिक्की खंडेलवाल, वार्ड 14 निवासी सतीश खंडेलवाल ने कहा की नालियों का पानी इंटेक वेल के सामने गिरने एवं इसी गंदा पानी को फिल्टर कर पेयजल आपूर्ति के लिए सप्लाई करना निश्चित ही लोगों के जीवन के लिए बड़ा खतरा था और यह नगर की बड़ी समस्या थी। यदि अंडर ग्राउंड नाली का निर्माण एवं इसका डिस्पोजल सही तरीके से होता है तो लाखों लोगों को बड़ी राहत मिलगी। नगरीय निकाय ने वास्तव में एक बड़ा उल्लेखनीय कार्य किया है। नगर पंचायत परिषद के अध्यक्ष सहित सभी पार्षदों के लिए यह काम मील का पत्थर साबित होगा।