अचानक हुई बारिश से फसलों को नुकसान
बेमौसम बारिश और तेज हवाओं के चलते रंग त्योहार के एक दिन पूर्व त्योहार का रंग फीका कर दिया। क्षेत्र में बारिश के साथ साथ ओले भी गिरे। क्षेत्र के किसानों की दलहनी फसल जैसे चना, तिवड़ा, मसूर एवं सरसों गेहूं की फसल को प्रभावित करेगा। पिछले सप्ताह हुई बारिश के कारण खेतों में सूखकर कटने को तैयार फसल खेतों में ही दाने गिरने लगी थी।
बेमौसम बारिश और तेज हवाओं के चलते रंग त्योहार के एक दिन पूर्व त्योहार का रंग फीका कर दिया। क्षेत्र में बारिश के साथ साथ ओले भी गिरे। क्षेत्र के किसानों की दलहनी फसल जैसे चना, तिवड़ा, मसूर एवं सरसों गेहूं की फसल को प्रभावित करेगा। पिछले सप्ताह हुई बारिश के कारण खेतों में सूखकर कटने को तैयार फसल खेतों में ही दाने गिरने लगी थी।
फसलों की क्षति देखने पहुंचे अधिकारीगण
किसानों के दल में मुख्यरूप से सलौनी के मोहन साहू, रतन लाल, सुखित राम, खेमलाल, उमेन्द साहू, चेतन पटेल, गोपाल स्वामी, यशवंत, केशव यादव, टेमरी के रतिराम, लीलाधर, हरिराम, भीषम, समय पटेल आदि के अलावा दर्जनों किसान ने उचित मुआवजे की मांग की है। क्षेत्र में लगी सैकड़ों एकड़ में लगी दलहन की फसल बेमौसम बारिश की भेंट चढ़ गई। इसी को देखने प्रशासन की ओर से शुक्रवार को ग्राम सलौनी में बीमा कंपनी के अधिकारी क्षति का आंकलन करने किसानों के साथ खेतों तक गए। इसके अलावा ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी भी पहुंचे और उचित मुआवजे दिए जाने की बात कही। कृषि विस्तार अधिकारी ने भी माना कि फसल बुरी तरह चौपट हो चुकी है।
किसानों के दल में मुख्यरूप से सलौनी के मोहन साहू, रतन लाल, सुखित राम, खेमलाल, उमेन्द साहू, चेतन पटेल, गोपाल स्वामी, यशवंत, केशव यादव, टेमरी के रतिराम, लीलाधर, हरिराम, भीषम, समय पटेल आदि के अलावा दर्जनों किसान ने उचित मुआवजे की मांग की है। क्षेत्र में लगी सैकड़ों एकड़ में लगी दलहन की फसल बेमौसम बारिश की भेंट चढ़ गई। इसी को देखने प्रशासन की ओर से शुक्रवार को ग्राम सलौनी में बीमा कंपनी के अधिकारी क्षति का आंकलन करने किसानों के साथ खेतों तक गए। इसके अलावा ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी भी पहुंचे और उचित मुआवजे दिए जाने की बात कही। कृषि विस्तार अधिकारी ने भी माना कि फसल बुरी तरह चौपट हो चुकी है।