वनांचल के 1,127 बैगा परिवार एक सदी बाद बनेंगे स्मार्ट, होगा जंगल में मंगल
राजनंदगांवPublished: Oct 18, 2016 12:45:00 pm
बीहड़ जंगलों में रहकर मुश्किलों के बीच जीवन-यापन कर रहे बैगा परिवारों को
अब इलाज कराने के लिए जेब से रुपए खर्च नहीं करने पड़ेंगे।
A century later, the family will be 1,127 Vananchal Baigas smart, will desert Tue
राजनांदगांव.बीहड़ जंगलों में रहकर मुश्किलों के बीच जीवन-यापन कर रहे बैगा परिवारों को अब इलाज कराने के लिए जेब से रुपए खर्च नहीं करने पड़ेंगे। जिले में निवासरत 1127 बैगा परिवारों को स्वास्थ्य बीमा योजना का स्मार्ट कार्ड जारी करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। केन्द्र सरकार की ओर से मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत कार्ड बनाने के निर्देश दिए जाने के बाद राज्य स्तर पर कवायद शुरू कर दी गई है। स्थानीय स्वास्थ्य अमले ने राज्य शासन से किट भेजने डिमांड की है।
मई माह में भेजी गई थी सूची, कर रहे थे इंतजार
स्वास्थ्य विभाग की ओर से छुईखदान, साल्हेवारा, मानपुर, मोहला व वनांचल में सर्वे कराने के बाद राज्य शासन को मई माह में 1127 बैगा परिवारों की सूची भेजकर यूनिक रजिस्ट्रेशन नंबर भेजने की डिमांड की गई थी। राज्य से यह सूची केन्द्र स्तर पर भेजी गई। पांच माह तक इंतजार करने के बाद केन्द्र से सूची वापस की गई और राज्य स्तर पर मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत कार्ड बनाने निर्देश दिए हैं। शासन-प्रशासन की ओर से बैगा परिवारों का कार्ड तो बनाया जा रहा है पर अशिक्षा के चलते ज्यादातर बैगा स्मार्ट कार्ड के संबंध में जानकारी नहीं रखते। कार्ड मिल भी जाए तो उपयोग को लेकर दिक्कत आएगी।
वनांचल में लगाया कैंप
सर्वे करने वाली टीम के सदस्यों ने बताया कि अधिकारियों के निर्देश पर वनांचल में कैंप लगाया गया था, तब बैगा परिवार के सदस्य पंजीयन कराने ही सामने नहीं आ रहे थे। स्थिति यह थी कि घर-घर जाकर नाम, पता लेकर पंजीयन करना पड़ा था। कार्ड मिलने पर इस्तेमाल करने का तरीका बताना होगा। इस्तेमाल में दिक्कत आएगी। नोडल अधिकारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना डॉ. अल्पना लुनिया कार्ड बनाने निर्देश मिले हैं, पर किट नहीं आया है। किट की डिमांड कर चुके हैं। 1127 बैगा परिवारों का कार्ड बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। किट आते ही कैंप लगाकर कार्ड बनाए जाएंगे।