जिले में आबकारी विभाग की कथित शह पर सरेराह शराब बेचने के मामले में अफसरों की कार्यप्रणाली को लेकर कांग्रेस के एक नेता की शिकायत पर राज्य सरकार ने सहायक आबकारी आयुक्त का बस्तर तबादला कर दिया है। प्रदेश महासचिव शाहिद भाई ने आबकारी मंत्री कवासी लखमा को पत्र लिखकर आबकारी विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही से जुड़े तथ्यों की जानकारी देते शिकायत की थी।
पिछले कुछ दिनों से राजनांदगांव जिले में आबकारी विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर न सिर्फ सत्तारूढ़ कांग्रेस, बल्कि विपक्षी भाजपा नेताओं ने भी इसे मुद्दा बनाकर सरकार पर हमला बोला था। कांग्रेस के प्रदेश महासचिव शाहिद भाई ने विभाग द्वारा शहर के आम्बेडकर चौक में शराब बेचने के मामले को लेकर मंत्री से पत्र के जरिए कड़ी आपत्ति की थी। उन्होंने पत्र में लिखा था कि आबकारी विभाग के रवैये से एक शर्मनाक स्थिति बन गई है।
बताया जा रहा है कि मंत्री को लिखे शिकायत में यह भी कहा गया कि शराब बिक्री के लिए अफसर नियम-शर्तों की परवाह नहीं कर रहे हैं। ऐसे में जनता सत्तारूढ़ दल के प्रमुखों से सवाल-जवाब कर रही है। इधर 17 मई को लिखे पत्र पर कार्रवाई करते मंत्री लखमा ने आबकारी विभाग के जिला सहायक आयुक्त लक्ष्मीकांत गायकवाड़ को सीधे बस्तर स्थानांतरित कर दिया है।
लॉकडाउन के दौरान अफसरों ने भर्राशाही मचाते हुए ऑनलाइन शराब डिलीवरी के फरमान का न सिर्फ माखौल उड़ाया, बल्कि ऑनलाइन सर्विस की फीस लेकर लोगों को काउंटर से शराब मुहैया कराया। वहीं चौक-चौराहों में मजमा लगाकर महकमे ने खुलकर शराब बांटे। स्थानीय आबकारी अधिकारी पूरे मामले प्लेसमेंट एजेंसी के कर्मियों को दोषी ठहराकर पल्ला झाडऩे की कोशिश में लगे रहे। इस मामले में कलेक्टर ने भी नाराजगी जताते हुए जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई की बात की थी।