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नव निर्वाचित महापौर ने अगरबत्ती जलाकर आयुक्त के चेंबर में कर लिया कब्जा, स्टेनो के कमरे में अधिकारी ने काटा दिन

locationराजनंदगांवPublished: Jan 11, 2020 03:45:10 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

चैंबर में कब्जे से नाराज आयुक्त अपने स्टेनो के कक्ष में बैठ गए और देर शाम तक उन्होंने वहीं से अपना काम निपटाया। (Rajnandgaon News)

नव निर्वाचित महापौर ने अगरबत्ती जलाकर आयुक्त के चेंबर में कर लिया कब्जा, स्टेनो के कमरे में अधिकारी ने काटा दिन

नव निर्वाचित महापौर ने अगरबत्ती जलाकर आयुक्त के चेंबर में कर लिया कब्जा, स्टेनो के कमरे में अधिकारी ने काटा दिन

राजनांदगांव. महापौर हेमा देशमुख का नगर निगम (Rajnandgaon Municipal corporation) में पहला ही दिन चैंबर को लेकर विवाद में निपट गया। गुरुवार को सीएम भूपेश बघेल से निर्वाचन का प्रमाण पत्र लेने के बाद शुक्रवार दोपहर महापौर देशमुख नगर निगम पहुंची और वे निगम आयुक्त के चैंबर में पहुंच गई। पूरे लाव लश्कर के साथ पहुंची महापौर ने बकायदा आयुक्त के चैंबर में पूजा पाठ भी कर लिया। दूसरी ओर इस तरह अपने चैंबर में कब्जे से नाराज आयुक्त अपने स्टेनो के कक्ष में बैठ गए और देर शाम तक उन्होंने वहीं से अपना काम निपटाया।
देखते रह गई आयुक्त
राजनांदगांव नगर निगम में नव निर्वाचित महापौर हेमा देशमुख निगम में पदभार ग्रहण करने पहुंची तो उन्होंने महापौर के लिए तय मौजूदा कक्ष में न जाकर आयुक्त के कक्ष में पहुंची और उसे ही अपना कक्ष बनाने के उद्देश्य से वहां बकायदा पूजा पाठ भी करा लिया। महापौर के इस तरह के व्यवहार को लेकर आयुक्त भी हतप्रभ रह गए। फिलहाल आयुक्त अपने स्टेनो के कक्ष से अपना काम निपटा रहे हैं।
नगर निगम परिसर में बने नए भवन में महापौर और निगम अध्यक्ष के लिए अलग-अलग चेंबर बना हुआ है। पिछले कार्यकाल में तत्कालीन महापौर मधुसूदन यादव और तत्कालीन निगम अध्यक्ष शिव वर्मा अपने अपने कक्ष में बैठते थे। अब नई महापौर हेमा देशमुख और नए अध्यक्ष हरिनारायण पप्पू धकेता को ये दोनों चेंबर रास नहीं आ रहे हैं। जानकारी के अनुसार दोनों मौजूदा कक्ष में नहीं बैठना चाहते। पता चला है कि महापौर देशमुख ने अपने लिए आयुक्त के चेंबर को पसंद किया है, जबकि अध्यक्ष धकेता की पहली पसंद महापौर का मौजूदा कक्ष है।
दिनभर होती रही चर्चा
नगर निगम में बतौर महापौर पहुंची हेमा देशमुख के आयुक्त के चेंबर में आयुक्त को उनके सरकारी दस्तावेज हटाने का वक्त दिए बगैर बैठने और आयुक्त के नाराज होकर स्टेनो के कक्ष से काम निपटाने की नगर निगम में दिनभर चर्चा होते रही। पत्रिका ने कक्ष को लेकर हुए विवाद के संबंध में जानकारी लेने शुक्रवार शाम महापौर हेमा देशमुख के मोबाइल में कॉल किया लेकिन उनका मोबाइल बंद रहा।
आयुक्त नगर निगम चंद्रकांत कौशिक ने बताया कि निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की इच्छा का पूरा सम्मान किया जाएगा और वे जिसे अपना चेंबर बनाने कहें किया जाएगा लेकिन इस तरह आयुक्त के चेंबर में आकर बैठना सही नहीं। कम से कम मुझे जरूरी सरकारी दस्तावेजों को संभालकर वहां से दूसरी जगह ले जाने का वक्त दिया जाना था।

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