ममता नगर इलाकेे में गली नंबर ५ और इससे आगे आनंद विहार कॉलोनी की सड़क बनाने वाले ठेकेदार ने ऐसी सड़क बनाई है कि पहले जमीन में उगी हुई घास अब भी नजर आ रही है। डामरीकरण के पहले बजरी और बोल्डर डालकर उस पर रोलर चलाया गया था और इसके बाद मोटे गिट्टी के साथ डामर और फिर पतली गिट्टी के साथ डामर की परत चढाई गई। इसके बाद फिर रोलर चलाया गया। इतना होने के बाद भी घास सड़क में नजर आ रही है तो काम में बरती गई लापरवाही को आसानी से समझा जा सकता है।
शहर के अधिकांश इलाकों में डामरीकरण के दौरान सड़क के किनारे छोड़ी गई जगह में मिलान नहीं किया गया। इस वजह से डामरीकरण और सड़क के किनारे में काफी अंतर आ गया है। ऐसे जगहों में गाडिय़ां अचानक स्लिप हो रही हैं और लोग गिर रहे हैं। इसके अलावा दुकानों आदि में पार्किंग करने के बाद वापस सड़क में गाड़ी चढ़ाने में लोगों को कठिनाई हो रही है।