वेल्लोर मॉडल विख्यात
उल्लेखनीय है कि श्रीनिवासन ने वेल्लोर और कोयंबटूर जैसे शहरों में सालिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए काफी कार्य किया है और इस क्षेत्र में उनका वेल्लोर मॉडल विख्यात है। श्रीनिवासन का मानना है कि कचरे का सही तरह से संवर्धन करें तो इससे काफी लाभ उठाया जा सकता है। डोर टू डोर कलेक्शन करने वाली स्वसहायता समूहों के लिए इससे बेहतर आय के अवसर पैदा होते हैं।
उल्लेखनीय है कि श्रीनिवासन ने वेल्लोर और कोयंबटूर जैसे शहरों में सालिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए काफी कार्य किया है और इस क्षेत्र में उनका वेल्लोर मॉडल विख्यात है। श्रीनिवासन का मानना है कि कचरे का सही तरह से संवर्धन करें तो इससे काफी लाभ उठाया जा सकता है। डोर टू डोर कलेक्शन करने वाली स्वसहायता समूहों के लिए इससे बेहतर आय के अवसर पैदा होते हैं।
होने वाला है देशभर में स्वच्छता सर्वेक्षण
इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए नगर निगम कमिश्नर अश्वनी देवांगन ने बताया कि देश भर में स्वच्छता संबंधी सर्वेक्षण होने वाला है। इस सर्वेक्षण में राजनांदगांव नगर की छवि स्वच्छ, सुंदर शहर के रूप में उभरे। इसके लिए निगम प्रशासन एवं नागरिकगण पूरी तन्मयता से जुड़े हैं। बुधवार और शुक्रवार को एक-एक वार्ड में स्वच्छता का कार्य जनभागीदारी के साथ संपन्न किया जाता है।
इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए नगर निगम कमिश्नर अश्वनी देवांगन ने बताया कि देश भर में स्वच्छता संबंधी सर्वेक्षण होने वाला है। इस सर्वेक्षण में राजनांदगांव नगर की छवि स्वच्छ, सुंदर शहर के रूप में उभरे। इसके लिए निगम प्रशासन एवं नागरिकगण पूरी तन्मयता से जुड़े हैं। बुधवार और शुक्रवार को एक-एक वार्ड में स्वच्छता का कार्य जनभागीदारी के साथ संपन्न किया जाता है।
डोर टू डोर कैंपेन के लिए स्वसहायता समूह बहुत अच्छा काम कर रही हैं। साथ ही एसएलआरएम सेंटर में भी कार्यकर्ता पूरी तन्मयता के साथ कार्य कर रहे हैं। कलेक्टर भीम सिंह के निर्देश पर इन्हें तकनीकी रूप से दक्ष करने का कार्य भी किया जा रहा है ताकि इनका कार्य बेहतर रूप से निखर कर सामने आए। श्रीनिवासन की उपस्थिति में इनकी तकनीकी समझ बढ़ेगी। साथ ही कार्यकर्ता अपनी व्यावहारिक दिक्कतों को भी उनके समक्ष रख सकेंगे।
सफाई को लेकर हर शहर की विशिष्ट समस्या होती है तथा संभावनाएँ भी होती हैं। श्रीनिवासन शहर के भ्रमण के पश्चात यहां स्वच्छता का एक्शन प्लान बनाने में निगम की विशेष मदद कर पाएंगे। इन तीन दिनों के भ्रमण में श्रीनिवास विभिन्न नागरिक समूहों से भी मिलेंगे तथा उन्हें सालिड लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट के संबंध में अधिक जागरूक करेंगे। श्रीनिवासन शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्वच्छता और सालिड वेस्ट मैनेजमेंट के संबंध में अपने सुझाव प्रदान करेंगे। इससे जिले को बड़ा लाभ होगा।