scriptबीजापुर माओवादी मुठभेड़ में राजनांदगांव का बेटा जगत शहीद, पिता की शहादत से बेखबर है दो मासूम बच्चे और पत्नी | Rajnandgaon's son Jagat martyred in Bijapur Maoist encounter | Patrika News

बीजापुर माओवादी मुठभेड़ में राजनांदगांव का बेटा जगत शहीद, पिता की शहादत से बेखबर है दो मासूम बच्चे और पत्नी

locationराजनंदगांवPublished: Apr 05, 2021 11:14:18 am

Submitted by:

Dakshi Sahu

बीजापुर-सुकमा जिले के सरहदी क्षेत्र ग्राम जोनागुड़ा, टेकलगुडम और जीरागांव में पुलिस और माओवादियों के बीच हुए मुठभेड़ में राजनांदगांव जिले के आलीखुंटा गांव का बेटा भी शहीद हो गया है। (Bijapur naxali attack)

बीजापुर माओवादी मुठभेड़ में राजनांदगांव का बेटा जगत शहीद, पिता की शहादत से बेखबर है दो मासूम बच्चे और पत्नी

बीजापुर माओवादी मुठभेड़ में राजनांदगांव का बेटा जगत शहीद, पिता की शहादत से बेखबर है दो मासूम बच्चे और पत्नी

राजनांदगांव/तुमड़ीबोड़. बीजापुर-सुकमा जिले के सरहदी क्षेत्र ग्राम जोनागुड़ा, टेकलगुडम और जीरागांव में पुलिस और माओवादियों के बीच हुए मुठभेड़ में राजनांदगांव जिले के आलीखुंटा गांव का बेटा भी शहीद हो गया है। माओवादियों के इस कायराना करतूत में बीजापुर में 22 जवान शहीद हुए हैं। वहीं 30 से ज्यादा जवान गंभीर रूप से घायल हैं। जवानों को रायपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, तो कुछ जवान बीजापुर अस्पताल में हैं। (Chhattisgarh Police)
एसटीएफ में पदस्थ था जवान
शहीद जवान जगत राम कंवर पिता स्व. अगनू राम कंवर 35 साल डोंगरगांव तहसील के ग्राम आलीखुंटा का निवासी है, जिसकी 27 अपै्रल 2013 में दंतेवाड़ा जिले में पहली पोस्टिंग हुई थी। 2015 में वे STF बघेरा दुर्ग में भी रहे। इसके बाद से वे वर्तमान में बीजापुर में एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) में पदस्थ थे।
बीजापुर में दी जाएगी सलामी
राजनांदगांव एसपी ने बताया कि शहीद जवानों को बीजापुर में सलामी दी जाएगी। इसके बाद जवान को चौपर के माध्यम से कांकेर लाया जाएगा। सोमवार को कांकेर से सीधे उनके गांव ले जाया जाएगा। वहां गॉर्ड ऑफ ऑनर देने के बाद पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
पत्नी और बच्चों को नहीं दी गई है जानकारी
शहीद जवान एक गरीब परिवार से था। उनकी दो बेटी एक बेटा है। गांव में साढ़े तीन एकड़ की खेती है। पिता जी का 1999 में ही देहांत हो चुका है। वहीं बड़े भाई भी दो साल पहले गुजर गए हैं। ऐसे में पूरे परिवार की जिम्मेदार जवान के कंधों पर ही था। घटना की खबर लगते ही पत्रिका की टीम शहीद जवान के घर पहुंची। वहां शहीद जवान के जीजा भंडारपुर निवासी संतोष चंद्रवंशी ने बताया कि जवान की पत्नी और बच्चों को घटना की जानकारी नहीं दी गई।
गांव में होगा अंतिम संस्कार
राजनांदगांव एसपी डी श्रवण कुमार ने बताया कि बीजापुर में हुए माओवादी हमले में राजनांदगांव का जवान भी शहीद हो गया। वह एसटीएफ में पदस्थ था। शहीद जवान को बीजापुर में सलामी के बाद चौपर के माध्यम से कांकेर लाया जाएगा। वहां से जवान के शव को पुलिस राजनांदगांव लेकर पहुंचेगी। गांव में गार्ड ऑफ ऑनर देने के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
बचपन से था मेहनती
ग्रामीणों ने बताया कि शहीद जवान जगत राम बचपन से ही मेहनती था। रोजी-मजदूरी करके तुमड़ीबोड़ में अपनी पढ़ाई पूरी की। इसके बाद देश सेवा का सपना लिए पुलिस में भर्ती हो गया। शहीद जवान की दो बहनें हैं।
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