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रानी सागर झील में 15 लाख से बना लक्ष्मण झूला टूटा, हादसे में चार घायल, सैकड़ों की जान पर आफत

locationराजनंदगांवPublished: Dec 11, 2017 11:55:01 am

Submitted by:

Dakshi Sahu

चौपाटी के दो हिस्सों को आपस में जोडऩे के लिए रानीसागर के उलट में बने झूले के सुबह टूट जाने से बड़ा हादसा टल गया।

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राजनांदगांव. चौपाटी के दो हिस्सों को आपस में जोडऩे के लिए रानीसागर के उलट में बने झूले के आज सुबह टूट जाने से बड़ा हादसा टल गया। घटना उस वक्त हुई जब इस झूले में करीब दो से तीन सौ लोग मौजूद थे और कुछ लोग इसी में खड़े होकर नाच रहे थे।
पानी के ऊपर हिलते इस झूले के एक ओर के केबल के टूटने से झूला तिरछा हो गया और कई लोग पानी में गिर गए। इस घटना में करीब पांच छह लोगों को चोंटें आई हंै। इनमें से एक युवक को ज्यादा चोंटें आई है। उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती किया गया है।
दरअसल, यहां पर ‘मस्ती की पाठशालाÓ का कार्यक्रम चल रहा था। रविवार की सुबह लोगों की तफरीह और मनोरंजन के लिए नगर निगम ने पिछले साल यह कायक्रम शुरू किया था। चौपाटी के बाहर सर्किट हाऊस से लगे रास्त में दो जगहों पर मंच बनाकर नगर निगम यह आयोजन करता है।
इस बार इस आयोजन में भारी भीड़ उमड़ी और दोनों मंचों के सामने कसरत करने के अलावा चौपाटी के भीतर लोग तफरीह कर रहे थे। एक हिस्से से दूसरे हिस्से की ओर जाने के लिए बनाए गए झूले, जिसे लक्ष्मण झूला का नाम दिया गया था, में लोग आर-पार होने के बजाए वहीं पर रूककर कूद-फांद कर रहे थे और कुछ लोगों की टोली नाचने भी लगी थी। ज्यादा वजन होने और जोर पडऩे के कारण यह टूट गया।
कुछ गिरे, तो कुछ दूसरी ओर की जाली पकड़ बचे
अचानक झूले के एक ओर के केबल के टूटने से झूला एक ओर झुक गया। हालांकि दोनों ओर जाली लगाई गई थी लेकिन जिस ओर का केबल टूटा, उस तरफ लोगों के गिरने के कारण यह जाली भी टूट गई और लोग एक के बाद पानी में गिरने लगे।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार करीब ३० से ४० लोग पानी में गिरे, बाकी लोगों में कई सुरक्षित दूसरी ओर पहुंच गए तो कई ने दूसरी तरफ की जाली को पकड़कर खुद को गिरने से बचा लिया।
निकाला गया सुरक्षित
पानी में गिरे लोगों को बचाने के लिए वहां मौजूद कई लोग सीधे पानी में कूदे और बच्चों को निकालने की कवायद की गई। मौके पर मौजूद कुछ पुलिस जवान भी यहां बचाव के लिए पहुंच गए थे। नगर निगम की बोटिंग की टीम की सहायता से भी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया।
साढ़े ३ फीट है पानी
झूला जिस जगह पर लगा है, उसके नीचे करीब साढ़े तीन से चार फीट पानी रहता है। ऐसे में यहां डूबने जैसी घटनाएं नहीं हो सकती लेकिन अचानक गिरने से बच्चों में घबराहट जैसी स्थिति रही। यहां का पानी काफी गंदा है, और अचानक गिरने के कारण कई बच्चों के मुुंह में यह पानी चला गया था, इसलिए भी उनको परेशानी हुई।
अस्पताल लाए गए चार
हादसे के बाद चार लोगों को मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया था, जिसमें से स्टेशन पारा निवासी युवराज पिता विदेशीराम सिन्हा उम्र २० वर्ष के सिर में गहरी चोट आई है। उसे सर्जिकल वार्ड में भर्ती किया गया है। इसके अलावा स्टेशन पारा के ही रहने वाले रवि पिता विक्रम राणा उम्र २० वर्ष के कंधे और घुटने में चोट लगी है।
दो बच्चे बसंतपुर निवासी नौ वर्षीय पलक पिता सतीष वासनिक और १२ वर्षीय संध्या पिता पीलूराम साहू ने नीचे गिरने के बाद उस गंदे पानी को पी लिया था, जिस वजह से उनको उल्टियां हो रही थीं। दोनों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
यहां हुई चूक
० झूले को चौपाटी के दो हिस्सों में आने जाने के लिए बनाया गया था लेकिन ऐसे आयोजनों के समय वहां
भारी भीड़ हो जाती है। लोग वहां रूके नहीं, चलते रहें, ऐेसी व्यवस्था देने के लिए कोई अमला मौजूद नहीं रहता।
० नीचे बिना बेस के सिर्फ दोनों ओर केबल पर यह हिलता हुआ पुल (झूला) टिका हुआ है। लोग यहां पर कूदते हुए चलते हैं, रूककर नाचते भी हैं।
० नगर निगम ने मस्ती की पाठशाला के आयोजन को सिर्फ चौपाटी के पास ही केन्द्रित कर दिया है। भारी भीड़ होने पर लोग संभलते नहीं।
ऐसा किया जा सकता है
० आमने सामने हर सप्ताह दो अस्थाई मंच बनाने के बजाए पास ही बने ओपन थियेटर में एक कार्यक्रम किया जा सकता है।
० गौरव पथ का ऑडिटोरियम से लेकर हॉकी खिलाडिय़ों की लगी मूर्तियों तक की सड़क पर मंच बनाया जा सकता है।
० ऊर्जा पार्क के भीतर भी कार्यक्रम किया जा सकता है।
० ऐसा करने से भीड़ एक ही जगह पर जमा नहीं रहेगी और हादसे का खतरा नहीं रहेगा।
महापौर, अध्यक्ष, आयुक्त डटे रहे
मस्ती की पाठशाला में महापौर मधुसूदन यादव, निगम अध्यक्ष शिव वर्मा और नगर निगम आयुक्त अश्विनी देवांगन, प्रमुख अभियंता दीपक जोशी और नगर निगम की पूरी टीम मौजूद थी। हादसे के तत्काल बाद वे मौके पर पहुुंच गए और उन्होंने राहत पहुंचाने की दिशा में काम करना शुरू कर दिया। महापौर और आयुक्त ने बाद में अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की और उनके इलाज के लिए चिकित्सकों से बात की।
झांकने नहीं आए कांग्रेसी
सुबह करीब साढ़े 7 बजे हुई इस घटना की खबर चंद ही मिनटों में पूरे शहर में फैल गई। सोशल मीडिया में तस्वीरें और वीडियो भी आना शुरू हो गया। लोगों ने एक दूसरे से घटना की वास्तविकता पता करना भी शुरू कर दिया लेकिन उस वक्त मौके पर आना तो दूर दोपहर के एक बजे तक कांग्रेस के नेता और कांग्रेस पार्षद घटनास्थल तक पहुंच नहीं पाए थे। एक बजे के आसपास कांग्रेस के एक वरिष्ठ पार्षद की पहल करने के बाद करीब दो बजे कांग्रेसी घटनास्थल का मुआयना करने पहुुुंचे।
सांसद सहित भाजपाईयों को भी नहीं मिला समय
रविवार को सुबह सांसद अभिषेक सिंह राजनांदगांव में ही सीएम कैम्प कार्यालय में थे। दोपहर करीब पौने १२ बजे सोशल मीडिया में खबर आई कि सांसद घायल युवकों को देखने अस्पताल पहुंचने वाले हैं लेकिन वे नहीं पहुंचे और खैरागढ़ निकल गए। बाद में वे रायपुर चले गए। नगर निगम की राजनीति करने वालों के अलावा भाजपा के किसी बड़े नेता ने भी घटनास्थल और अस्पताल जाने की जरूरत नहीं समझी।
एफआईआर की मांग
आयोजन के दौरान झूला टूटने के हादसे को लेकर कांग्रेस पार्षद दल और शहर कांग्रेस ने नगर निगम आयुक्त और महापौर के खिलाफ एफआईआर की मांग को लेकर बसंतपुर थाने में टीआई विनोद मंडावी से मुलाकात की। कांग्रेस पार्षद दल के नेता और नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष हफीज खान ने कहा कि सामान्य सभा की अनुमति के बिना महापौर और आयुक्त ने बिना सुरक्षा व्यवस्था के मनमानी करते हुए मस्ती की पाठशाला का आयोजन किया, यह गलत है। उन्होंने कहा कि आज बड़ा हादसा होने से टल गया लेकिन इनकी लापरवाही उजागर हुई है। पुलिस ने कांग्रेस पार्षद दल को जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
वर्सन…
अधिक लोगों की मौजूदगी के कारण झूला एक ओर से टूट गया। कुछ लोगों को चोटें आई हैं। शुक्र है कि बड़ा हादसा नहीं हुआ। झूले को फिर से बनवाने का काम किया जाएगा। भविष्य में इस तरह की घटना न हो, इसके लिए एहतियात बरती जाएगी।
मधुसूदन यादव, महापौर
झूले का एक तरफ का केबल टूटने के कारण यह हादसा हुआ है। फिर भी कारणों की जांच कराई जाएगी ताकि भविष्य में इस तरह की घटना न हो। मेंटेनेंस का काम नियमित किया जाता था। तुरंत बचाव कार्य हो गया, शुक्र है कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
अश्विनी देवांगन, आयुक्त नगर निगम

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