पत्र में उल्लेख है कि गृह निर्माण मंडल के ईई बेलचंदन के खिलाफ अपने अधीनस्थ अधिकारी-कर्मचारियों को प्रताडि़त करने का आरोप लगा था, जिसकी जांच के लिए टीम गठित की गई थी। जांच में ईई व कर्मचारियों के बीच समन्वय का अभाव, ईई के खिलाफ रोष है।
कलक्टर ने लिखा है कि ईई मुख्यालय में निवास नहीं करते। दुर्ग से आना-जाना करते हैं। उनके द्वारा कार्यालयीन सभी शासकीय कर्मचारियों का वेतन अनुशासनहीनता का आरोप लगाकर रोक दिया गया है, जो कि इनके स्वयं के द्वारा कार्यलय में नियम विरूद्ध मनमानी तरीके से कार्य करने एवं अनुशासन तोडऩे का स्पष्ट प्रमाण है। अत: संभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों में व्याप्त आक्रोश एवं प्रशासन की छवि को दृष्टिगत रखते हुए उनका स्थानांतरण अन्यत्र कर उनके स्थान पर अन्य अधिकारी की पदस्थापना की जाए।
एक कर्मचारी ने की थी आत्महत्या
ज्ञात हो कि गृह निर्माण मंडल के ईई व कर्मचारियों के बीच लंबे समय से वाद-विवाद चल रहा है। ईई पर कर्मचारियों से जबर्दस्ती अपने निजी कार्य लेने सहित आर्थिक व मानसिक रूप से प्रताडि़त करने का सनसनी खेज आरोप लगातार लगते रहे हैं। कर्मचारी उनके खिलाफ कलम बंद हड़ताल पर भी उतरे थे। ईरा निवासी एक प्लंबर ने प्रताडऩा का आरोप लगाकर खुदकुशी भी कर ली थी। हालांकि इस मामले में सोमनी पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया था। ज्ञात हो कि इस मसले पर ‘पत्रिकाÓ ले लगातार खबर प्रकाशित कर ईई द्वारा की जा रही गड़बडिय़ों को उजागर किया है।