ज्ञात हो कि भरकापारा निवासी युवक होली पर्व के पहले थाईलैंड गया हुआ था। वहां से लौटने के बाद उसे होम आइसोलेशन में रखा गया था। एम्स से उसकी जांच रिपोर्ट २५ मार्च को पॉजीटिव आने के बाद उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था। यहां लगातार उसका इलाज किया जा रहा था। इसके अलावा लगातार सैंपल भी लिए जा रहे थे। अब उसे वहां से छुट्टी दी जाएगी। अब तक वह १२ दिन अस्पताल में रह चुका है। घर लौटने के बाद भी उसे १४ दिनों तक होम कोरेंटाइन में रखा जाएगा।
दहशत में थे सभी लोग
शहर में कोरोना पॉजीटिव मरीज मिलने के बाद से दहशत का माहौल था। पॉजीटिव युवक के संपर्क में आए लोगों में भी अब भी खौफ है। उन तमाम लोगों को भी कोरेंटाइन में रखा गया है। इसके अलावा जिला प्रशासन द्वारा भरकापारा को पूरी तरह लॉकडाउन भी कर दिया गया था। मोहल्ले के १० हजार से अधिक लोगों का स्वास्थ्य सर्वे कराया गया है। इसके अलावा मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रबंधन ने पेंड्री स्थित नव निर्मित भवन में हाईटेक आइसोलेशन वार्ड भी तैयार कराया है।
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अधीक्षक डॉक्टर प्रदीप बेक की निगरानी में उक्त युवक की इलाज चल रहा था। इसमें डॉ. पवन जेठानी, डॉ. प्रकाश खुंटे व डॉ. तिर्की सहित अन्य कर्मचारियों की अहम योगदान रही। राजनांदगांव की जनता उन्हें सैल्यूट करती है। मिली जानकारी अनुसार उक्त युवक की तीन बार भेजे गए सैंपल की रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी। रविवार को रिपोर्ट निगेटिव आई है।
मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. प्रदीप बेक ने बताया कि कोरोना पॉजीटिव मिले युवक की रिपोर्ट रविवार को एम्स से निगेटिव आई है। यह सबके लिए राहत की खबर है। स्वास्थ्य विभाग से दिशा-निर्देश के हिसाब से उक्त युवक को डिस्चार्ज करने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।