पिछले दिनों हुई अच्छी बारिश के बाद बैराज में बेहतर जल भराव हो चुका था। यही कारण है कि बंधान पानी दबाव नहीं झेल पाया और मिट्टी धंस गई। बैराज के मुख्य गेट के थोड़ी दूर पर नाले में पानी छोडऩे के लिए बनाए गेट के पास करीब ५ फीट चौड़ी और ८-१० फीट गहरी मिट्टी धंस गई है। सुबह बैराज के नीचे तीन बस्तियों में अलर्ट भी जारी किया गया था, लेकिन बाद में दो गेट बंद होने से स्थिति ज्यादा भयावह नहीं रहा।
निरीक्षण कर रिपोर्ट बनाई गई तीन दिन पहले खैरागढ़ क्षेत्र के मुढ़ीपार स्थित बैराज के गेट का आर्म क्षतिग्रस्त होने का मामला सामने आया था। इसके बाद खातूटोला बैराज के बंधान से मिट्टी धंसने के मामले ने जल संसाधन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों के कान खड़े कर दिए हैं। सूचना मिलने पर जल संसाधन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी पहुंचकर निरीक्षण कर रिपोर्ट बनाए हैं।
आर्म क्षतिग्रस्त मामले में लीपापोती शुरू तीन दिन पहले मुढ़ीपार के प्रधानपाठ बैराज का गेट पानी का दबाव नहीं झेल पाने के कारण क्षतिग्रस्त हो गया था। विभागीय अधिकारी-कर्मचारी अपनी खामी छिपाने के लिए लकड़ी के गट्ठे के दबाव में गेट के आर्म का क्षतिग्रस्त होना बता रहे हैं। इस मामले में स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग रखी है।