ज्ञात हो कि लॉकडाउन के चलते लोगों अति आवश्यक व खाद्य सामाग्रियों की खरीदी के लिए सुबह ७ से १२ बजे तक की छूट दी गई है। इस बीच लोग नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। इसका खामियाजा दुकानदारों को भुगतना पड़ रहा है। नायाब तहसीलदार कोमल धु्रव ने बताया कि समझाइश व कड़ाई के बाद भी दुकानदार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करा रहे हैं। जबकि उन्हें पहले ही समझाइश दी जा चुकी है। कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।
फिर शुरू हुआ प्लास्टिक कैरीबैग का उपयोग कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच अब प्रतिबंधित प्लास्टिक कैरीबैग का उपयोग फिर शुरू हो गया है। वर्तमान में कोरोना से लडऩे और इसे हराने लागू हुए लॉकडाउन के नियमों का ही पालन कराने में जिला व पुलिस प्रशासन व्यस्त है।
लॉकडाउन में नदी किनारे के गांवों में बनाया जा रहा ईंट लॉकडाउन में कामकाज बंद होने व प्रतिबंध के बाद भी शिवनाथ नदी के किनारे वाले गांवों में धड़ल्ले से ईंट बनाया जा रहा है। इससे पर्यावरण को भी नुकसान पहुंच रहा। नदी का पानी का उपयोग व किनारे मिट्टी की खोदाई भी की जा रही है। वहीं यहां काम करने वाले लोग अलग-अलग क्षेत्र के होते हुए भी एक साथ काम कर रहे हैं। इससे सोशल डिस्टेसिंग का पालन भी नहीं हो पा रहा है।