सागौन लकड़ी की कटाई व परिवहन के लिए वन विभाग से परमिशन जरुरी है, लेकिन इसका परमिशन भी नहीं लिया गया है। इससे अवैध कटाई व तस्करी की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। फिलहाल पुलिस वाहन व सागौन लकड़ी को कब्जे में लेकर मामला दर्ज करने के बाद विवेचना में जुटी है।
पूछताछ करने पर कर रहे थे हुज्जदबाजी
सोमनी टीआई संजाय पुंढ़ीर ने बताया कि शनिवार रात को सोमनी निवासी कृष्णा तिवारी स्कूल मैदान की ओर घूम रहा था। इस दौरान तिवारी सागौन की लोडिंग कर रहे खेत में पहुंचे और वाहन में लोडिंग कर रहे कर्मचारियों से लकड़ी के संबंध में पूछताछ की। इस दौरान कर्मचारियों ने कृष्णा तिवारी से हुज्जदबाजी करते हुए धमकी देना शुरु कर दिया। तिवारी ने शंका के आधार पर सोमनी पुलिस को इसकी जानकारी दी। इस दौरान पुलिस के पहुंचने के पहले कर्मचारी वाहन छोड़कर मौके से फरार हो गए। लेकिन सागौन लकड़ी का बिना परमिशन कटाई कर परिवहन करना गैरकानूनी है। पुलिस इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है।
वन विभाग भी लेगा संज्ञान
इस संबंध में डीएफओ शाहिद खान ने बताया कि सागौन लकड़ी की कटाई व परिवहन के लिए तहसीलदार या कलक्टर से टीपी (परिवहन अनुज्ञा) लेना जरुरी है। ऐसा नहीं किया गया है तो यह गैरकानूनी है। उन्होंने इस मामले की वन विभाग से भी जांच करने की बात कही है।
इस संबंध में डीएफओ शाहिद खान ने बताया कि सागौन लकड़ी की कटाई व परिवहन के लिए तहसीलदार या कलक्टर से टीपी (परिवहन अनुज्ञा) लेना जरुरी है। ऐसा नहीं किया गया है तो यह गैरकानूनी है। उन्होंने इस मामले की वन विभाग से भी जांच करने की बात कही है।