नदियों को सहेजना होगा
जीवन के लिए पानी अमृत तुल्य है पानी के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। बिन पानी सब सून की कहावत तेजी से घटते जल स्तर को देखकर समझा जा सकता है। वक्त रहते हमे अपनी नदियों को सहेजना होगा। इसी आशय से राजनांदगांव की जीवनदायनी शिवनाथ नदी को सहजने की शुरूआत हुई है।
जीवन के लिए पानी अमृत तुल्य है पानी के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। बिन पानी सब सून की कहावत तेजी से घटते जल स्तर को देखकर समझा जा सकता है। वक्त रहते हमे अपनी नदियों को सहेजना होगा। इसी आशय से राजनांदगांव की जीवनदायनी शिवनाथ नदी को सहजने की शुरूआत हुई है।
पहले शिव फिर की गंगा आरती
13 जनवरी की शाम 5 बजे से मोहारा स्थित शिवनाथ नदी के तट पर शिव-गंगा महाआरती की शुरूआत हुई। आचार्य अनिल सहित 11 पंडितों के द्वारा इस महाआरती में शिवनाथ नदी के तटपर पहले शिव आरती और इसके बाद गंगा आरती की गई।
13 जनवरी की शाम 5 बजे से मोहारा स्थित शिवनाथ नदी के तट पर शिव-गंगा महाआरती की शुरूआत हुई। आचार्य अनिल सहित 11 पंडितों के द्वारा इस महाआरती में शिवनाथ नदी के तटपर पहले शिव आरती और इसके बाद गंगा आरती की गई।
संवर्धन की सार्थक चर्चा
शिवनाथ नदी की आरती का उद्देश्य लोगों को जल संरक्षण के लिए जागरूक करना है। आयोजन में शहर के सभी वर्ग के लोगों ने शिरकत की। इस मौके पर जल संरक्षण और नदियों के संवर्धन पर सार्थक चर्चा की गई। अब लगातार तीन महीने तक प्रदोष के मौके पर शिव गंगा आरती का आयोजन किया जाएगा।
शिवनाथ नदी की आरती का उद्देश्य लोगों को जल संरक्षण के लिए जागरूक करना है। आयोजन में शहर के सभी वर्ग के लोगों ने शिरकत की। इस मौके पर जल संरक्षण और नदियों के संवर्धन पर सार्थक चर्चा की गई। अब लगातार तीन महीने तक प्रदोष के मौके पर शिव गंगा आरती का आयोजन किया जाएगा।
धार्मिक मान्यताओं में अहम स्थान
प्रत्येक माह प्रदोष पर आयोजित होने वाली इस शिव गंगा-महाआरती का विशेष महत्व है। प्रदोष पर शिवजी की पूजा की जाती है और शिवजी की जटा पर ही गंगा मईया विराजमान है। ऐसे में प्रदोष पर शिवजी के साथ गंगा मईया की आरती से लोग अपनी नदियों को सहजने के प्रति जागरूक होंगे। धार्मिक मान्यताओं में भी नदियों का अहम स्थान है। तेजी के घटते जल स्तर के लिए हमारी नदियों को सहजना जरूरी है।
प्रत्येक माह प्रदोष पर आयोजित होने वाली इस शिव गंगा-महाआरती का विशेष महत्व है। प्रदोष पर शिवजी की पूजा की जाती है और शिवजी की जटा पर ही गंगा मईया विराजमान है। ऐसे में प्रदोष पर शिवजी के साथ गंगा मईया की आरती से लोग अपनी नदियों को सहजने के प्रति जागरूक होंगे। धार्मिक मान्यताओं में भी नदियों का अहम स्थान है। तेजी के घटते जल स्तर के लिए हमारी नदियों को सहजना जरूरी है।
जुटी लोगों की भीड़ शिवनाथ तट पर आयोजित हुई शिव-गंगा आरती में काफी लोग जुटे। शहर के आलोक शर्मा और उनके परिवार के संयोजकत्व में आयोजित इस आयोजन में सांसद अभिषेक सिंह, महापौर मधुसूदन यादव, समाज कल्याण विभाग की अध्यक्ष शोभा सोनी, भंडार गृह निगम के अध्यक्ष नीलू शर्मा, हाउसिंग बोर्ड के डायरेक्टर नरेश डाकलिया, उर्दू अकादमी के अध्यक्ष अकरम कुरैशी, जिला भाजपा अध्यक्ष संतोष अग्रवाल, राजगामी संपदा न्यास के अध्यक्ष रमेश पटेल, सहकारी बैंक के अध्यक्ष सचिन बघेल, नगर निगम के अध्यक्ष शिव वर्मा समाजसेवी सुरेश डुलानी सहित अन्य अतिथि और गणमान्य नागरिक उपस्थित थेे। इस मौके पर सांसद अभिषेक सिंह ने नदियों के संवर्धन और जल सरंक्षण को लेकर हो रहे आयोजन की प्रशंसा की।