जगन्नाथ सेवा समिति के द्वारा लॉकडाउन के विपरीत परिस्थिति में गरीब तबके के लोगों जो रोज कमाने खाने वाले थे और कोरोना की वजह से लॉक डाउन होने पर काम नहीं मिल रहा था, तब लगातार दो माह तक लगातार सुबह-शाम खाना दिया गया और अब समिति द्वारा लॉकडॉऊन की स्थिति में ही फिर एक नई पहल किया गया। नगर के लोगों की सुविधा के लिए मुक्तिधाम जीर्णोद्धार का कार्य किया जा रहा है, जो कार्य नगर पंचायत को करना चाहिए वह काम जगन्नाथ समिति द्वारा किया जा रहा है। इसके लिए समिति द्वारा नगर पंचायत से लिखित मंजूरी मिलने के बाद समिति सदस्य सुबह 8 बजे से 9 बजे तक अपना श्रमदान दे रहे हैं।
फिर भी नगर पंचायत ने नहीं दिया ध्यान इससे शर्मनाक बात नगर पंचायत के लिए और क्या हो सकती है जब समिति द्वारा मुक्तिधाम के पौधा रोपने व छोटे मोटे कार्य जैसे समतल करना साफ सफाई करना रंग रोहन का कार्य करने इजाजत के लिए आवेदन लगाया गया तो नगर पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा समिति सदस्यों को 15 दिन तक घुमाने के बाद अन्तता इजाजत दिया गया कर रखा गया नगर मे चर्चा है कि नहर के सभी लोगों को एक दिन वही जाना है फिर भी नगर पंचायत के अधिकारी और अध्यक्ष को इसकी कोई परवाह नहीं है नगर में ऐसे बहोत सारे कार्य है, जो नगर के लोगों के लिए जरूरी है बावजूद नगर पंचायत को यह दिखाई नहीं देता।
ये कहते हैं नगरवासी संजीव दुबे ने कहा कि जय जगन्नाथ समिति ने मुक्तिधाम को कायाकल्प करने का सोचा है और दूसरे दिन से ही सभी सदस्य काम में लग गए जमीन को समतल कर रंग रोहन कर पौधा लगाया जाएगा।
मनोज चौबे बताते हैं कि जय जगन्नाथ समिति के सभी सदस्य मुक्तिधाम के कायाकल्प करने जुट गए हंै, जो तारीफे काबिल है। इसके पहले भी इन लोगों ने कोरोना के समय लॉकडाउन होने पर लोगों को भोजन खिलाए थे।
आलोक बख्शी कहते हैं कि मुक्तिधाम में एक दिन सभी लोगों को जाना है। वह जगह व्यवस्थित रहना चाहिए जय जगन्नाथ समिति द्वारा यह कदम उठाया गया है। मनवा महोबिया ने कहा कि नगर के ऐसे काम को हमेशा करते रहना चाहिए। ये अच्छा कार्य है। जगन्नाथ समिति के लोग ऐसे कार्यों में आगे रहते है।