बुराई को त्यागने और अच्छाई को ग्रहण करने दिलाती है संकल्प
इसके अलावा अपनी शाला में प्रतिदिन प्रार्थना के बाद ध्यान सरस्वती मंत्र आदि करवाती है साथ ही साथ ही बच्चों के जन्मदिन पर एक वृक्ष लगाने, एक बुराई त्यागने व एक अच्छाई ग्रहण करने का संकल्प करवाते है। शिक्षिका सोनी कहती है कि शिक्षा और विद्या से ही बच्चों सर्वांगीण विकास होगा। छात्र युवा पीढ़ी को संस्कार देकर जीवन जीने की कला व मानव सेवा का पाठ पढ़ाकर देश के नवनिर्माण में उन्हें प्रेरित करना होगा।
इसके अलावा अपनी शाला में प्रतिदिन प्रार्थना के बाद ध्यान सरस्वती मंत्र आदि करवाती है साथ ही साथ ही बच्चों के जन्मदिन पर एक वृक्ष लगाने, एक बुराई त्यागने व एक अच्छाई ग्रहण करने का संकल्प करवाते है। शिक्षिका सोनी कहती है कि शिक्षा और विद्या से ही बच्चों सर्वांगीण विकास होगा। छात्र युवा पीढ़ी को संस्कार देकर जीवन जीने की कला व मानव सेवा का पाठ पढ़ाकर देश के नवनिर्माण में उन्हें प्रेरित करना होगा।
महिलाओं को गुड टच व बेड टच की जानकारी दी
बाल अपराध रोकने व बालिका संरक्षण के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजनांदगांव की न्यायाधीश अंजलि सिंह को आमंत्रित किया गया जहां बच्चों व महिलाओं को गुड व बेड टच, घरेलू हिंसा, यौन शोषण बच्चियों की सुरक्षा आदि के संबंध में जागरूक कराया गया। जिसमें 300 बालिकाओं के विहान समूह की 130 महिलाओं ने कार्यक्रम का लाभ उठाया।
बाल अपराध रोकने व बालिका संरक्षण के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजनांदगांव की न्यायाधीश अंजलि सिंह को आमंत्रित किया गया जहां बच्चों व महिलाओं को गुड व बेड टच, घरेलू हिंसा, यौन शोषण बच्चियों की सुरक्षा आदि के संबंध में जागरूक कराया गया। जिसमें 300 बालिकाओं के विहान समूह की 130 महिलाओं ने कार्यक्रम का लाभ उठाया।
महिला सशक्तिकरण पर कर रही हैं काम
शिक्षिका सोनी बच्चों को पढ़ाने के साथ-साथ जीवन जीने की कला, स्वस्थ रहने की कला ध्यान योग, प्राणायाम, नशा मुक्ति, रक्त दान, अंगदान, नेत्रदान, पर्यावरण, जल संरक्षण, स्वच्छता, सदसाहित्य वितरण, ग्रीष्मावकाश में युवा व्यक्तित्व निर्माण, आवासीय शिविरों का आयोजन किशोरी बालिकाओं एवं महिला सशक्तिकरण आदि पर ढेरों कार्य कर रही है। नशामुक्ति अभियान में अभी तक 25 हायर सेकेंडरी शालाओं व कॉलेजों में व्याख्यान दे चुकी हैं जिसमें लगभग 1500 युवा नशामुक्त हो चुके है। सोनी नेत्रदान महादान के लिए भी कार्य कर रही है। उन्होंने अब तक 300 लोगों को संकल्प पत्र भरवा चुकी हैं। भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा का आयोजन भी अपनी शाला में करवाती हैं जिसमे 50 प्रतिशत फीस स्वयं वहन करती हैं। उनकी शाला से एक छात्रा कामती यादव दो वर्षों तक लगातार जिले में दूसरे स्थान पर रही हैं।
शिक्षिका सोनी बच्चों को पढ़ाने के साथ-साथ जीवन जीने की कला, स्वस्थ रहने की कला ध्यान योग, प्राणायाम, नशा मुक्ति, रक्त दान, अंगदान, नेत्रदान, पर्यावरण, जल संरक्षण, स्वच्छता, सदसाहित्य वितरण, ग्रीष्मावकाश में युवा व्यक्तित्व निर्माण, आवासीय शिविरों का आयोजन किशोरी बालिकाओं एवं महिला सशक्तिकरण आदि पर ढेरों कार्य कर रही है। नशामुक्ति अभियान में अभी तक 25 हायर सेकेंडरी शालाओं व कॉलेजों में व्याख्यान दे चुकी हैं जिसमें लगभग 1500 युवा नशामुक्त हो चुके है। सोनी नेत्रदान महादान के लिए भी कार्य कर रही है। उन्होंने अब तक 300 लोगों को संकल्प पत्र भरवा चुकी हैं। भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा का आयोजन भी अपनी शाला में करवाती हैं जिसमे 50 प्रतिशत फीस स्वयं वहन करती हैं। उनकी शाला से एक छात्रा कामती यादव दो वर्षों तक लगातार जिले में दूसरे स्थान पर रही हैं।