मृत आदिवासी महिला आरक्षक के पिता ने कहा- पुलिस ने जरूरी बिंदुओं को किया नजरअंदाज
राजनंदगांवPublished: Sep 04, 2018 11:15:47 am
अब पुलिस जांच पर उठे सवाल
The father of the dead tribal woman constable blame police
राजनांदगांव/ अंबागढ़ चौकी. आदिवासी महिला आरक्षक आरती कुंजाम की गुमशुदगी और उसके बाद उसकी नृशंस हत्या के मामले में आदिवासी समाज के सामने आने के बाद अब मृतका के पिता शिवबालक कुंजाम और क्षेत्र के कांग्रेस नेता इंद्र शाह मंडावी ने पुलिस पर सवाल खड़े किए हैं। दोनों ने कहा है कि हत्या से जुड़े कई सवाल अनसुलझे हैं और पुलिस ने अब तक जो जांच की है, वह पर्याप्त नहीं है।
अंबागढ़ चौकी के रेस्ट हाउस में पत्रवार्ता लेकर मृतका के पिता शिवबालक और कांग्रेस नेता मंडावी ने कहा कि पुलिस ने अब तक जो जांच की है, उसमें पुलिस ने इस हत्याकांड से जुड़े कई अहम सबूतों का अब तक खुलासा नहीं किया है। ऐसे में आशंका है कि पुलिस अपने महकमे के आरोपी सब इंस्पेक्टर धनेश्वर प्रसाद नापित को बचाने का प्रयत्न कर रही है। मृतका के भाईयों अभिषेक कुंजाम सहित रमेन्द्र गोआर्य, राजकुमार धुर्वे, रोहित कौशल, अग्नूराम कुमेटी, रितेश मेश्राम, मुकेश सिन्हा, बनवालीराम बघेल, महर सिंह चुरेन्द्र, नारद तारम, जीवन राणा, संदीप दुबे ने इस मामले में पुलिस जांच पर सवाल खड़े किए हैं।
सीबीआई जांच की मांग
मृतका के परिजनों ने कहा है कि हत्याकांड की प्रकृति को देखकर संभव नहीं जान पड़ता कि इस पूरी घटना को अकेले अंजाम दिया गया हो। परिजनों ने आशंका जताई कि इस मामले में विभाग के अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं। ऐसे में तमाम बिंदुओं में उच्चस्तरीय सीबीआई जांच होनी चाहिए।
घटनास्थल पर कोई साक्ष्य नहीं
कांग्रेस नेता मंडावी और मृतका के पिता ने कहा कि पुलिस ने अपनी जांच में जिस जगह पर आरापी सब इंस्पेक्टर नापित द्वारा शव को विभत्स तरीके से चारों हाथ पैर और सिर को कुल्हाड़ी से काटना बता रही है, उस जगह का उन्होंने दौरा किया है। उस जगह में इस तरह की घटना का कोई साक्ष्य मौजूद नहीं है। मंडावी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने घटना के वास्तविक जगह को लेकर जांच नहीं की है।
थाने के अफसरों ने की लापरवाही
आरोप लगाया गया है कि संवेदनशील क्षेत्र में ऑन ड्यूटी होने के बाद भी अनुविभागीय कार्यालय में पदस्थ रीडर के लापता होने के बाद भी मृतका की खोज खबर नहीं की गई। मंडावी और मृतका के पिता ने कहा कि एक महिला पुलिस कर्मी के लापता होने पर गंभीरता नहीं बरतने के लिए सीधे तौर पर थाना प्रभारी और एसडीओपी जिम्मेदार हैं, पर उन पर किसी तरह की कार्रवाई वरिष्ठ अफसरों ने नहीं की, यह संदेहास्पद है।
इन बिंदुओं पर उठाए सवाल
0 मृतका आरती कुंजाम के शेष अंगों को पुलिस अब तक नहीं खोज पाई है।
0 शिवनाथ नदी के जिस जगह पर अंग को फेंकने की बात आरोपी ने पुलिस बयान में कहा है, उस जगह पर गोताखोरों से पुलिस ने खोजबीन कराना जरूरी नहीं समझा।
0 घटना में प्रयुक्त आरोपी नापित के मोटर साइकिल और मोबाइल को पुलिस ने जब्त नहीं किया है।
0 आरती कुंजाम ने गले में सोने की चैन, कान में सोने का टॉप, पैर में चांदी का कड़ा, हाथों की उंगलियों में सोने की अंगूठी पहनी थी, जिसे बरामद करने का प्रयास नहीं किया गया।