संघर्ष समिति के सीएल चंद्रवंशी, टीआर नेताम, ईश्वरी नेताम व अन्य ने बताया कि जिले के वनांचल औंधी से ११ नवंबर को रैली की शुरुआत होगी, जो १५ नवंबर को राजनांदगांव पहुंचेगी। यह रैली १७ को रायपुर पहुंचकर राज्यपाल से मुलाकात करते हुए १८ नवंबर को रावणभांठा रायपुर पहुंचकर प्रदेश स्तरीय आंदोलन में शामिल होगी। आंदोलन कर्ताओं ने बताया कि एक तरफ सरकार जल, जंगल और जमीन को बचाने की बात करते हुए इसे वनवासियों का धरोहर बताती है, लेकिन नए मसौदे से उनकी कथनी और करनी मे अंतर नजर आ रहा है। सरकार वनवासियों को जंगल से बेदखल कर यहां बड़े व्यापारियों को बिठाकर लूटना चाहती है। सरकार की यह मंशा वनवासियों के लिए बेहद खतरनाक साबित होगा।
वनांचल के हर गांव से जुटेंगे लोग पदाधिकारियों ने बताया कि इस आयोजन में किसान नेता सुदेश टीकम भी शामिल होंगे। यह भी बताया कि वनांचल के हर गांव से आंदोलन में पांच लोग अनिवार्य रूप से शामिल होंगे। इसके अलावा गांव के हर परिवार से एक किला चावल व १० रुपए पैसा दान स्वरूप दिया जाएगा।
ऐसे बढ़ेगा कारवां मानपुर से निकलने वाली रैली का प्रथम पड़ाव मोहला होगा। १२ को मोहला से चौकी, १३ को चौकी से डोंगरगांव में रात्रि विश्राम होगा। १४ को डोंगरगांव से राजनांदगांव, १५ को जिला मुख्यालय से दुर्ग के लिए निकलेंगे। १६ को दुर्ग से कुम्हारी फिर १७ को कुम्हारी से रावणभांठा १८ को रावणभांठा से रायपुर के लिए कूच करेंगे।