प्रशासनिक निष्क्रियता के चलते वर्तमान में भी अतिक्रमण जारी है और अतिक्रमणकारी बेखौफ होकर कीमती शासकीय जमीनों को खुलेआम कब्जा करने में लगे हुए हैं. इतना ही नहीं ये अतिक्रमणकारी इस कार्य को अपना व्यापार बना लिया है और कई जमीनों को अतिक्रमण के बाद बेचा भी जा चुका है।
अनलॉक प्रक्रिया के शुरू होते ही अतिक्रमण का खुला खेल फिर शुरू ज्ञात हो कि नगर के उक्त वार्ड जहां स्टेट हाईवे है उसके एक ओर बीते अनेक वर्षों से वार्ड के दबंगों के व्दारा आवास के बहाने अतिक्रमण किया जाता है फिर अतिक्रमित भूमि को महंगे दामों पर बेचे जाने का मामला वर्षों से चला आ रहा है। इस मामले को लेकर पूर्व में भी विवाद की स्थिति थी। वहीं अनलॉक प्रक्रिया के शुरू होते ही अतिक्रमण का खुला खेल फिर शुरू हो गया है। जहां बेजा कब्जा कर बेशकीमती व विभिन्न योजनाओं के लिए आरक्षित भूमियों को भी हड़पने की साजिश जारी है। इसको लेकर नगर में जनप्रतिनिधियों, अधिकारी व कर्मचारियों के व्दारा संरक्षण दिए जाने की बात सामने आ रही है।
अतिक्रमण के लिए काट दिए हरे पेड़ नगर के करियाटोला वार्ड में अतिक्रमणकारियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि शासकीय भूमि में कब्जा करने के लिए सड़क किनारे शासकीय रोपित हरे भरे पेड़ों की बली चढ़ाते नजर आ रहे हैं। जिसका जीवंत उदाहरण शनिवार को शाम दिखाई दिया जहाँ अतिक्रमणकारियों ने जेसीबी की मदद से वन विभाग के व्दारा रोपित पौधों को पूरी तरह नष्ट कर दिया। जबकि इसके ठीक सामने ही वन विभाग सहित अन्य शासकीय कार्यालयों के दफ्तर हैं।