सखी सेंटर की साहू ने बताया कि महिला अपने घर का पता ठीक से नहीं बता पा रही थी। बार-बार पीडि़ता की काउन्सलिंग की गई तब जाकर एड्रेस पता चला। गूगल के माध्यम से संबंधित थाने से संपर्क करते गए। सखी टीम के कठिन प्रयास से परिजनों का पता लगाया गया। फिर पीडि़ता की माता राजनांदगांव सखी सेंटर आई। पीडि़ता की मां, अपनी बेटी को सुरक्षित पाकर बहुत खुश हुई और सखी को धन्यवाद दिया।
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित सखी वन स्टॉप सेंटर राजनांदगांव की संचालक गायत्री साहू ने बताया कि चार दिन पूर्व सोमनी थाना द्वारा महिला को भटकती हुई अवस्था में रेस्क्यू करके सखी में आश्रय के लिए लाया गया था। पीडि़ता द्वारा बताया गया कि शादी के बाद ससुराल वाले मानसिक और शारिरिक रुप से परेशान करने लगे। जिससे तंग आकर मायके में रहने आ गईं।
मायके में भी माता-पिता के बीच बहुत लड़ाई होती थी। वहां भी रहने की इच्छा नहीं होने पर महिला सलमान खान से मिलने की आस में लोकल ट्रेन पकड़ कर मुंबई चली गई। मुंबई में सलमान से मिलने की आस में इधर उधर भटकने लगी, परन्तु नहीं मिल पाई और समुद्र के आस पास 3 दिन तक घूमती रही। फिर ट्रेन पकड़ कर वापस आई तो छत्तीसगढ़ में भी इधर उधर भटकती रही। एक ढाबा वाले के रिश्तेदार आए फिर पुलिस के माध्यम से सखी लाए। राजनांदगांव जिले में आने के बाद यह महिला एक ढाबे में पहुंचीं। महिला की स्थिति को देख ढाबा संचालक के परिवार ने महिला से बात की और इसके बाद पूरी जानकारी सखी वन स्टाप सेंटर को देकर महिला को सखी सेंटर के हवाले किया।