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रिपोर्ट आने से पहले युवक को दे दी गई छुट्टी, पॉजिटिव आया तो उड़ गए सबके होश …

locationराजनंदगांवPublished: Jun 05, 2020 06:53:33 am

Submitted by:

Nitin Dongre

जिले में मिले सात नए मरीज, छुरिया में एक व मानपुर में छह युवक संक्रमित, सभी को किया गया हास्पिटलाइज्ड

The holiday given to the young man before the report came, when positive came, everyone's senses flew ...

रिपोर्ट आने से पहले युवक को दे दी गई छुट्टी, पॉजिटिव आया तो उड़ गए सबके होश …

राजनांदगांव. जिले के ग्रीन जोन मानपुर से छह और रेड जोन छुरिया से एक और संक्रमित मरीज सामने आया है। छुरिया के बिटाल में संक्रमित मिले मरीज को बुधवार देर रात को हास्पिटलाइज्ड किया गया। वहीं मानपुर के छह मरीजों को गुरुवार को कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी गांवों को कटेंमेंट एरिया घोषित कर सील करा दिया गया है। सातों मरीज पुरुष हैं और युवा हैं। जिले में अब एक्टिव मरीजों की संख्या 42 हो गई है। दो मरीज स्वस्थ्य होकर घर लौट चुके हैं। सभी मरीज प्रवासी मजदूर हैं, जो मुबंई से लौटे हुए थे।
कोरोना संदिग्धों की जांच व इलाज में मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। दरअसल बुधवार देर रात को बिटाल के जिस मरीज की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है, उसकी रिपोर्ट एम्स से आने से पहले ही उसे छुट्टी दे दी गई थी। इसके बाद वह अपने घर में जाकर रह रहा था। जब उक्त व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजीटिव आई तो अस्पताल प्रबंधन के हाथ-पांव फूल गए। आनन-फानन में आधी रात को उसे गांव से उठाया गया और कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराया गया है। छुरिया क्षेत्र के आमगांव का एक मरीज बुधवार को ही स्वस्थ्य होकर घर लौटा है, लेकिन फिर एक सक्रमित उसी क्षेत्र के बिटाल गांव से सामने आया है।
23 मई को जांच के लिए सैंपल रायपुर भेजा गया

मिली जानकारी अनुसार 29 वर्षीय उक्त युवक मुंबई से लौटा हुआ था। वह जांच के लिए बसंतपुर स्थित जिला अस्पताल पहुंचा था, जिसे केजुअल्टी में रखने के बाद आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया गया था, 23 मई को उसका सैंपल लेकर जांच के लिए रायपुर भेजा गया था, लेकिन जांच रिपोर्ट आने से पहले ही उक्त युवक को 25 मई को छुट्टी दे दी गई। इसके बाद 3 जून को युवक की रिपोर्ट जब पॉजिटिव आई तो अस्पताल प्रबंधन के होश उड़ गए। आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग की टीम बिटाल रवाना हुई और आधी रात को उक्त युवक को घर से उठाकर कोविड 19 अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह अस्पताल प्रबंधन की भारी लापरवाही है।
गांव को कराया गया सील, परिजनों का भी लेंगे सैंपल

उक्त युवक अस्पताल से लौटने के बाद घर पर ही रह रहा था। गांव में परिजनों के अलावा कुछ लोग उसके सीधे संपर्क में आए हैं। ऐसे में परिजनों सहित गांव के कुछ अन्य लोगों को भी सैंपल लिया जाएगा। फिलहाल युवक की रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद गांव को कटेंनेमेंट एरिया घोषित करते हुए सील कर दिया गया है। संपर्क में आए लोगों की सूची तैयार की जा रही है।
डाक्टर, नर्स व स्टाफ सहमे

चूंकि उक्त युवक दो-तीन दिनों तक बसंतपुर स्थित अस्पताल में भर्ती रहा है। यहां उसे पहले केजुल्टी विभाग में रखे जाने की जानकारी सामने आ रही है। ऐसे में अस्पताल के डॉक्टर, स्टाफ नर्स, वार्ड ब्वाय से लेकर अन्य कर्मचारी भी सकते में हैं। यह गंभीर लापरवाही है। जबकि पेंड्री में कोविड-19 मरीजों के लिए विशेष अस्पताल तैयार किया गया, तो संदिग्ध मरीजों को भी वहीं भर्ती कराना चाहिए।
आरडी किट में पॉजीटिव मिले कर्मचारियों से पांच घंटे तक लिया गया काम

सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार जिले में आने वाले दिनों में स्थिति और बिगड़ सकती है, क्योंकि आरडी किट में हुए जांच में सात नए पॉजीटिव मरीज सामने आए हैं, जिन्हें एकलव्य स्कूल स्थित सरकारी कोरेंटाइन सेंटर में रखा गया है। इसमें डोंगरगढ़ जनपद पंचायत के पांच कर्मचारी बताए जा रहे हैं। यहां लापरवाही यह कि इन कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद भी इनसे 5 घंटे काम लिया गया है। वहीं डोंगरगढ़ के एक शिक्षक की रिपोर्ट भी रेपिड किट जांच में पॉजीटिव पाया गया है।
मरीजों की खंगाली जा रही है हिस्ट्री

सीएमएचओ डॉ. मिथलेश चौधरी ने कहा कि संक्रमित मरीजों को कोविड -19 अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इन मरीजों की हिस्ट्री खंगाली जा रही है। गांवों को सील करा दिया गया है।

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