राजनंदगांव

सीईओ की अध्यक्षता में हुई है जांच, उसके बाद भी नहीं भेजा प्रतिवेदन, एसडीएम ने टीम को भेजा याद दिलाने पत्र …

मामला मरकामटोला पंचायत में मनरेगा के तहत फर्जी हाजिरी का

राजनंदगांवAug 14, 2020 / 08:52 am

Nitin Dongre

सीईओ की अध्यक्षता में हुई है जांच, उसके बाद भी नहीं भेजा प्रतिवेदन, एसडीएम ने टीम को भेजा याद दिलाने पत्र …

ठेलकाडीह. खैरागढ़ ब्लॉक के ग्राम पंचायत मरकामटोला में नए तालाब निर्माण में फर्जी हाजिरी की शिकायत के बाद अनुविभागीय अधिकारी निष्ठा पांडे ने टीम गठित कर मामले की जांचकर प्रतिवेदन एक सप्ताह में देने की आदेश दी थी, लेकिन गठित टीम ने मामले की जांच तो कर दी है और अनुविभागीय अधिकारी को आज तक प्रतिवेदन नहीं दिया है। इस कारण एसडीएम पांडे ने गठित टीम को स्मरण पत्र लिखकर प्रवेदन सौंपने कहा है। हैरत कि बात यह है कि इस मामले में चार सदस्यीय टीम गठित की जिसमें जिम्मेदार अधिकारी जनपद सीईओ, नायब तहसीलदार और अलग-अलग विभाग के दो एसडीओ शामिल हैं।
इसके बाद भी पंचायत स्तर के मामले की जांच होने के बाद भी उच्चधिकारी को प्रतिवेदन भेजने में इस तरह की लेटलतीफी कई सवालों को जन्म देता है। या यूं कहे कि एसडीएम की आदेश की किस प्रकार से उनके ही विभाग के अधिकारी अवहेलना कर रहे हैं। यह इस मामले में साफ-साफ दिख रहा है। ग्रामीण यहां तक भी कह रहे हैं कि जांच टीम के अधिकारियों द्वारा इस पूरे मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है, जिसके चलते आज तक जांच प्रतिवेदन एसडीएम तक नहीं पहुंच पाई है और दोबारा स्मरण पत्र भेजने की नौबत तक आई।
जांच टीम में ये अधिकारी रहे जिम्मेदार अधिकारी

मरकामटोला पंचायत में नए तालाब निर्माण में सरपंच की मनमानी व लापरवाही कर मजदूरों की फर्जी हाजिरी भरने की शिकायत ग्रामीणों ने की थी, जिसके बाद एसडीएम खैरागढ़ ने तत्काल टीम गठित कर जांच करने कहा। टीम में खैरागढ़ सीईओ रोशनी भगत टोप्पो, नायब तहसीलदार मनीषा देवांगन, यात्रिकी विकास विभाग के एसडीओ तनखीवाले, जलंससाधन विभाग के एसडीओ निलेश रामटेके शामिल थे। इन जिम्मेदार अधिकारियों ने अब तक जांच प्रतिवेदन नहीं दिया है।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.