राजनांदगांव में दिव्यांग बच्चों के लिए काम कर रही संस्था अभिलाषा के बच्चों के लिए लंबे समय से उपयुक्त आशियाने की तलाश की जा रही थी और अब इस दिशा में काम शुरू हो गया है। पूर्व में दिग्विजय स्टेडियम परिसर में यह संस्था संचालित थी लेकिन स्टेडियम के तोड़े जाने के दौरान इस संस्था को अस्थाई तौर पर प्यारेलाल स्कूल परिसर में संचालित किया जा रहा था। अब इस संस्था के लिए केन्द्रीय विद्यालय के पुराने भवन का चयन किया गया है। उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय विद्यालय का नया भवन तैयार हो गया है और वह वहां शिफ्ट हो चुका है।
हैं 116 बच्चे अभिलाषा संस्था में कुल ११६ बच्चे रह रहे हैं। इनमें ६० बालक और ५६ बालिकाएं हंै। अस्थिबाधित और दृष्टिबाधित इन बच्चों को संस्था में पहली से लेकर ८ वीं तक की शिक्षा दी जाती है। इसके बाद उच्च शिक्षा के लिए यहां के बच्चे अन्य स्कूलों और कॉलेजों में जाते हैं। अभिलाषा संस्था में रहने वाले बच्चों में दो लड़के और दो लड़कियां दिग्विजय महाविद्यालय में पढ़ रहे हैं जबकि ३५ बच्चे नवमीं से लेकर १२ वीं तक की पढ़ाई कर रहे हैं।
पूर्व छात्र है बैंक अफसर शैक्षणिक ज्ञान के साथ ही शारीरिक कमजोरियों को नजरअंदाज कर समाज में मुकाम हासिल करने की सीख इस संस्था में बच्चों को दी जाती है। यही कारण है कि इस संस्था का पूरी तरह से दृष्टिबाधित एक छात्र केतन चंद्रवंशी ने खुद को साबित किया है। वह इस समय भिलाई के आंध्रा बैंक में असिस्टेंट मैनेजर के रूप में सेवा दे रहा है।
चल रही यह प्रक्रिया केन्द्रीय विद्यालय का पुराना भवन फिलहाल शिक्षा विभाग के अधीन है। इसे समाज कल्याण विभाग को सौंपने की प्रक्रिया चल रही है। इस प्रक्रिया के पूरी हो जाने के बाद अभिलाषा के बच्चे एक सुरक्षित और बेहतर जगह में शिफ्ट किए जाएंगे।
प्रशासनिक प्रक्रिया जारी है समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक बीएल ठाकुर ने बताया कि अभिलाषा संस्था के बच्चों के लिए केन्द्रीय विद्यालय के पुराने भवन का चयन किया गया है। इस दिशा में प्रशासनिक प्रक्रिया जारी है।
जल्द ही शिफ्ट होंगे अभिलाषा के प्रशासक दिलीप श्रीवास्तव ने कहा कि अभी बच्चों को अस्थाई तौर पर प्यारेलाल स्कूल परिसर में कमरे दिए गए हैं। नए आशियाने का चयन हो गया है। जल्द ही शिफ्ट होंगे।