उल्लेखनीय है कि सोमवार को जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष नवाज खान ने कांग्रेस के जिला पंचायत सदस्य महेंद्र यादव को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था। इसके अलावा नवाज ने 3 जिला पंचायत सदस्यों राम छत्री चंद्रवंशी, निर्मला वर्मा और कांति भंडारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इस कार्रवाई को लेकर जिला अध्यक्ष खान ने तर्क दिया था कि अध्यक्ष के चुनाव में क्रास वोटिंग के शक में सदस्य यादव को निष्कासित किया गया है और संगठन की मनाही के बाद भी भाजपा नेताओं की मौजूदगी में शपथ लेने के कारण 3 सदस्यों को नोटिस दिया गया है।
जमकर रही नाराजगी जिला अध्यक्ष की कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस के एक धड़े में सोमवार रात से जमकर नाराजगी की स्थिति रही। सोशल मीडिया से लेकर विभिन्न माध्यमों के जरिये नेताओं ने जिला अध्यक्ष की कार्रवाई को लेकर गुस्सा जताया। मंगलवार सुबह निष्कासित किए गए सदस्य यादव सहित कुछ सदस्य और कुछ पूर्व सदस्य सर्किट हाऊस में जमा हुए और सभी ने बैठक कर रायपुर कूच किया।
विधायक के नेतृत्व में गए रायपुर खुज्जी विधायक छन्नी साहू के नेतृत्व में कांग्रेस के नेताओं ने प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम से मुलाकात कर जिला अध्यक्ष की कार्रवाई के खिलाफ अपनी बात रखी। जानकारी के अनुसार सभी की बात सुनने के बाद प्रदेश अध्यक्ष मरकाम ने निष्कासन की कार्रवाई को रद्द करने के निर्देश जारी किए। इस दौरान जिला पंचायत सदस्य महेंद्र यादव, राम छत्री चंद्रवंशी, निर्मला वर्मा और कांति भंडारी के अलावा पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुरेंद्र दास वैष्णव, पूर्व सदस्य विभा साहू, क्रांति बंजारे, कांग्रेस नेता निखिल द्विवेदी, गुलाब वर्मा, चंदू साहू, पार्षद शरद पटेल, डेविड वर्मा, नरेश शर्मा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
शून्य घोषित कर दिया प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री गिरीश देवांगन ने कहा कि जिला अध्यक्ष की कार्रवाई को लेकर प्रदेश अध्यक्ष से राजनांदगांव के नेताओं ने मुलाकात की है। प्रदेश अध्यक्ष ने निष्कासन की कार्रवाई को रद्द करने के निर्देश दिए हैं। निष्कासन आदेश तत्काल प्रभाव से शून्य घोषित कर दिया गया है।
प्रदेश अध्यक्ष का आदेश सर्वोपरि जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष नवाज खान ने कहा कि पार्टी लाईन से बाहर जाने पर मैंने निष्कासन की कार्रवाई की थी। अब प्रदेश अध्यक्ष ने इसे रद्द करने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश अध्यक्ष का आदेश सर्वोपरि है।