scriptस्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने नवाचार अपनाकर प्राकृतिक स्त्रोतों से बनाया नाडेप टैंक … | The women of self-help groups adopted innovation by creating nadep | Patrika News

स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने नवाचार अपनाकर प्राकृतिक स्त्रोतों से बनाया नाडेप टैंक …

locationराजनंदगांवPublished: Jul 16, 2020 08:48:37 am

Submitted by:

Nitin Dongre

कृषि विभाग द्वारा महिला समूह के माध्यम से गौठान ग्रामों में हो रहा आर्थिक सुदृढ़ता का विकास

The women of self-help groups adopted innovation by creating nadep tanks from natural sources ...

स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने नवाचार अपनाकर प्राकृतिक स्त्रोतों से बनाया नाडेप टैंक …

राजनांदगांव. शासन की महत्वपूर्ण योजना नरवा, गरूवा, घुरूवा एवं बाड़ी योजना से गांव की फिजा बदली है और गौठान बहुउद्देशीय आजीविका केन्द्र के रूप में विकसित हो रहे है। शासन की सुराजी गांव योजना से गांव की महिलाओं को प्रेरणा मिली और अब धीरे-धीरे उनकी जिन्दगी बदल रही है। वे कुछ नया सिख रही है और समझ रही है, वहीं नवाचार को भी अपना रही है।
कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा के दिशा-निर्देशन में उप संचालक कृषि जीएस धुर्वे के मार्गदर्शन में जिले के सभी विकासखंडों के गौठान ग्रामों में आत्मा योजनांतर्गत महिला एवं पुरूष कृषक अभिरूचि समूह एवं खाद सुरक्षा समूह तैयार किया जा रहा है। समूहों को आर्थिक एवं पोषण संबंधी लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से गौठान ग्राम में पोषण वाटिका तैयार किया जा रहा है। पोषण वाटिका में जिमीकंद, मादा क्यारी विधि से लगाया जा रहा है साथ में मौसम सब्जी जैसे- करेला, बरबट्टी, बैगन एवं स्वीट कार्न की अंतरवर्तीय फसल एवं बार्डर फसल के रूप में लगाया जा रहा है। जिससे किसान समूहों को आने वाले दिनों में आर्थिक लाभ मिलेगा। साथ ही जैविक सब्जियों की उपलब्धता भी लोगों के बीच हो पाएगी।
प्राकृतिक स्त्रोतों का उपयोग कर तैयार कर रहे हैं
विकासखंड छुईखदान के वनांचल क्षेत्र के गौठान ग्राम भोथली में महिला समूह द्वारा आत्मा योजना के अंतर्गत पोषण वाटिका तैयार किया गया है। जिसमें जिमीकंद, स्वीट कार्न, बैंगन, मिर्च, करेला, बरबट्टी आदि का उत्पादन जैविक खेती के आधार पर किया जा रहा है। महिला समूह द्वारा पौधे की शाख घेर कर नवाचार करते हुए नाडेप टैंक बनाया गया है। जिसमें कम लागत तकनीक को अपनाते हुए प्राकृतिक स्त्रोतों का उपयोग कर नाडेप खाद भी तैयार कर रहे है। जिसमें वेस्ट डिकम्पोजर का उपयोग किए है। विकासखंड राजनांदगांव के गौठान मोखला में भी महिला किसान समूह द्वारा पोषण वाटिका तैयार किया गया है। जहां जिमीकंद एवं मौसमी सब्जी, स्वीट कार्न, नीबू एवं मशरूम का उत्पादन भी किया जा रहा है।
खाद सुरक्षा समूह के घटक का उचित उपयोग

वनांचल क्षेत्र, चौकी, मोहला, मानपुर में भी आत्मा योजनांतर्गत गौठान ग्रामों में पोषण वाटिका तैयार किया गया है। मानपुर के गौठान ग्राम उरझे, मोहला के गौठान ग्राम हर्राटोला, चौकी के गौठान ग्राम पीपरखार एवं डोंगरगढ़ के गौठान ग्राम मेढ़ा में महिला समूहों के माध्यम से पोषण वाटिका तैयार कर खाद्य सुरक्षा करते हुए आर्थिक लाभ के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की जा रही है। जिसमें कृषि विभाग के आत्मा योजना के अंतर्गत किसान अभिरूचि समूह एवं खाद सुरक्षा समूह के घटक का उचित उपयोग किया जा रहा है। वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, ब्लॉक तकनीकी सहायक एवं सहायक तकनीकी प्रबंधक एवं ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी की टीम गौठान ग्रामों में महिला समूहों के साथ आर्थिक विकासमूलक कार्य कर रहे है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो