बल्देवपुर में डामर प्लांट में कार्य कर रहे छपरा बिहार के जगदीश सिंह पिता रामेश्वर 40 वर्ष अन्य चार लोगों के साथ गर्म डामर टंैंकर से डामर को टंकी में पास करने में जुटे थे पाइप लाइन से डामर पास करते समय पाइप में लिकेज के चलते प्रेशर और डामर गर्म होने के कारण पाइप फट गया। सामने खड़े जगदीश के ऊपर ही डामर ज्यादा गिरा। प्लांट के सुपरवाइजर पवन भोंडेकर ने बताया कि सामने खड़े होने के कारण जगदीश चपेट में आ गया। बाकी तीन साइड में खड़े होने के कारण बाल-बाल बचे। सुपरवाइजर ने घटना के तुंरत बाद एंबुलेस बुलाकर घायल जगदीश सिंह को सिविल अस्पताल पहुंचाया।
घायल के शरीर से डामर निकालने करनी पड़ी मशक्कत चेहरे के साथ-साथ हाथ और पैर में चिपके डामर को निकालने सिविल अस्पताल के चिकित्सकों को मेहनत करनी पड़ी। शरीर के साथ डामर को ठंडा करने पानी का उपयोग किया गया। ठंडा होने के बाद शरीर में केरोसीन और तारपीन तेल से डामर निकालने के बाद इलाज शुरू किया गया। इसकी सूचना पुलिस को भी दी गई। बताया गया कि डामर प्लांट का संचालन कवर्धा निवासी कन्हैया अग्रवाल कर रहे है। यहां से गर्म डामर मुढ़ीपार इलाके में बन रहे गुमानपुर सड़क के लिए लेजाने की तैयारी थी। सुबह प्लांट में कार्य शुरू ही हुआ था और घटना हो गई। घायल जगदीश सिंह का इलाज जारी है बीएमओ डॉ. विवेक बिसेन ने बताया कि घायल खतरे से बाहर है। शरीर चालीस फीसदी झुलसा है।