इसी तरह से तहसीलदार को अतिक्रमण हटाने के लिए सतरूपा चंद्राकर पति हुकुम चंद चंद्राकर ने अपने पत्र में लिखा है कि बरसात के पानी का निकासी जमीन पर पूर्व समय दादाजी के समय से होता था, किंतु किसी प्रकार का कांटा तार फेंसिंग का घेरा नहीं था, जिसकी साफ-सफाई करने में कोई तकलीफ नहीं होती थी। वर्तमान समय में महेश दास वैष्णव, आत्मज व्यास नारायण वैष्णव द्वारा कांटातार पोल फेंसिंग द्वारा अवैध रूप से कब्जा किया हुआ है, जिससे की साफ-सफाई करने में बाधा उत्पन्न होती है और साफ-सफाई के नहीं होती है, जिसके कारण उस जगह पर जहरीले जीव जंतु सांप, बिच्छू रहते है, जिससे कभी भी यहां निवासरत लोगों की जान को खतरा बना रहता है।
निजात दिलाने की जरूरत जय मां अंबे दुर्गा उत्सव समिति के कुलेश्वर दास साहू, रूपेंद्र कुमार साहू, डोमार सिंह चंद्राकर ने बताया कि शासकीय भवन के पास अवैध रूप से महेश दास वैष्णव द्वारा कांटातार पोल फेंसिंग करके अवैध कब्जा कर दिया गया है। जबकि गांव की मुख्य गली एवं मंच पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होता रहता था। शासकीय भवन एवं मंच होने के कारण अनेक आयोजन इस मंच पर नहीं हो पा रहा है, लेकिन अब अवैध कब्जा होने के कारण जगह को घेर लिया गया है, जिस से निजात दिलाने की जरूरत है।
ये रहे मौजूद जय मां अंबे दुर्गा उत्सव समिति के खोम लाल साहू, डांलसिंग साहू, कुलेश्वर दास साहू, रुपेंद्र साहू, डोमन सिंह चंद्राकर, भीखम लाल, डीलू राम, भेखचंद, देव प्रकाश चंद्राकर, फागूराम, तुलेश्वर साहू, संजय साहू, सुरेश साहू, रूपेंद्र कुमार साहू, गज्जू, लोमस चंद्राकर, दिनेश कुमार, मान सिंह पटेल बिहारी लाल एवं ग्रामीण मौजूद रहे।