पलटकर देखा तक नही
पौधरोपण विभागीय अफसरों के लिए कमाई का ऐसा जरिया बन गया है जो हींग लगे ना फिटकरी फिर भी रंग चोखा होय की कहावत को चरितार्थ कर रहा है। जिस प्रकार से सहसपुर दल्ली मार्ग से दामरी तक सड़क किनारें पौधों को रोपण करने के बाद जिस हालात में अभी पौधे है उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि विभाग के अफसरों को केवल पौधरोपण के दौरान पौधों की गिनती करने के बाद उसे भूला दिया जाता है। या यूं कहे कि पौधरोपण के बाद आलाधिकारी केवल कागजी घोड़े दौड़ाते है।
पौधरोपण विभागीय अफसरों के लिए कमाई का ऐसा जरिया बन गया है जो हींग लगे ना फिटकरी फिर भी रंग चोखा होय की कहावत को चरितार्थ कर रहा है। जिस प्रकार से सहसपुर दल्ली मार्ग से दामरी तक सड़क किनारें पौधों को रोपण करने के बाद जिस हालात में अभी पौधे है उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि विभाग के अफसरों को केवल पौधरोपण के दौरान पौधों की गिनती करने के बाद उसे भूला दिया जाता है। या यूं कहे कि पौधरोपण के बाद आलाधिकारी केवल कागजी घोड़े दौड़ाते है।
पौधों को जीवित रखने युवा कर रहे प्रयास
उपरवाह. ग्राम गिधवा में सामाजिक संस्था के द्वारा रोपित 50 पौधों में से 17 पेड़ों की तना को मुख्य पेड़ से अलग कर दिया था। 19 दिन पूर्व पर्यावरण संरक्षण के विरुद्ध अज्ञात लोगों के द्वारा अंजाम दिया गया जिसकी सूचना घुमका थाने में दर्ज करा दी गई है। सोमवार को असामाजिक तत्वों के द्वारा पुन: दो नग पौधों को काटा गया है जिसमें से एक पौधा 8 फीट का हो गया था जो पेड़ का मूर्त रूप ले रहा था। असामाजिक तत्वों के द्वारा काटे गए पौधों को पुन: जीवित करने का प्रयास करते संस्था के सदस्य कर रहे है।
उपरवाह. ग्राम गिधवा में सामाजिक संस्था के द्वारा रोपित 50 पौधों में से 17 पेड़ों की तना को मुख्य पेड़ से अलग कर दिया था। 19 दिन पूर्व पर्यावरण संरक्षण के विरुद्ध अज्ञात लोगों के द्वारा अंजाम दिया गया जिसकी सूचना घुमका थाने में दर्ज करा दी गई है। सोमवार को असामाजिक तत्वों के द्वारा पुन: दो नग पौधों को काटा गया है जिसमें से एक पौधा 8 फीट का हो गया था जो पेड़ का मूर्त रूप ले रहा था। असामाजिक तत्वों के द्वारा काटे गए पौधों को पुन: जीवित करने का प्रयास करते संस्था के सदस्य कर रहे है।