scriptशुभम हत्याकांड, ढाई साल बाद 3 आरोपी सलाखों के पीछे, गर्लफ्रेंड पर बुरी नजर बनी हत्या की मुख्य वजह | Three accused arrested in Shubham murder case of Rajnandgaon | Patrika News
राजनंदगांव

शुभम हत्याकांड, ढाई साल बाद 3 आरोपी सलाखों के पीछे, गर्लफ्रेंड पर बुरी नजर बनी हत्या की मुख्य वजह

करीब ढाई साल पुराने बहुचर्चित शुभम हत्याकांड मामले में पुलिस ने लंबी तहकीकात के बाद हत्या के तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर ली है।

राजनंदगांवApr 03, 2021 / 04:57 pm

Dakshi Sahu

शुभम हत्याकांड, ढाई साल बाद 3 आरोपी सलाखों के पीछे, गर्लफ्रेंड पर बुरी नजर बनी हत्या की मुख्य वजह

शुभम हत्याकांड, ढाई साल बाद 3 आरोपी सलाखों के पीछे, गर्लफ्रेंड पर बुरी नजर बनी हत्या की मुख्य वजह

राजनांदगांव. करीब ढाई साल पुराने बहुचर्चित शुभम हत्याकांड मामले में पुलिस ने लंबी तहकीकात के बाद हत्या के तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर ली है। पुलिस ने लंबी तफतीश और फिर नारको व ब्रेन मैपिंग टेस्ट के जरिए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया है कि रुपयों के लेन-देन और प्रेमिका पर बुरी नीयत के चलते शुभम नामदेव की हत्या की गई थी। 10 सितंबर 2018 की शाम शहर के राज इंपीरियल होटल के समीप नेशनल हाईवे पर अपनी कार में पुलिस को शुभम नामदेव घायल अवस्था में मिला था। किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा शुभम का गला काट दिया गया था। पुलिस वाहन डायल 112 की टीम द्वारा उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था तभी रास्ते में उसने दम तोड़ दिया था।
ब्रेन मैपिंग टेस्ट कराया
लंबी पूछताछ के बाद पुलिस ने कुछ संदेहियों का गुजरात स्थित गांधीनगर में नारको एवं ब्रेन मैपिंग टेस्ट कराया। टेस्ट के दौरान राजनांदगांव शहर के नितिन लिम्बु पिता निर्मल कुमार लिम्बु उम्र 40 वर्ष निवासी गौरी नगर वार्ड नं. राजनांदगांव, दिनेश माहेश्वरी उर्फ गोलू मारवाड़ी पिता स्व. जगदीश उम्र 37 वर्ष साकिन किलापारा दुर्गा मंदिर के पास थाना बसंतपुर, राजनांदगांव और मेघा तिवारी पिता आलोक तिवारी उम्र 24 वर्ष निवासी सृष्टि कालोनी थाना बसंतपुर जिला राजनांदगांव ने अपना जुर्म स्वीकार किया। राजनांदगांव पुलिस अधीक्षक डी श्रवण ने इस मामले में प्रेस वार्ता करते हुए आरोपियों को प्रस्तुत किया। पुलिस अधीक्षक डी श्रवण का कहना है कि रुपयों के लेन-देन और प्रेमिका पर बुरी नजर रखने के मामले में आरोपियों ने हत्या की थी।
हत्या की वजह यह
पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि शुभम नामदेव एवं उसके पिता रावेंद्र नामदेव जब बलात्कार के आरोप में जेल में थे, तब मुंकु नेपाली एवं गोलू मारवाड़ी की उनसे जेल में मुलाकात हुई थी। मूंकु और गोलू ने उनको जेल से बाहर निकालने के एवज में 5 लाख रूपये लिए थे, लेकिन उनका काम दोनों ने नहीं किया। मृतक शुभम नामदेव द्वारा जमानत में जेल से बाहर आने के बाद लगातार रकम वापस करने मुंकू नेपाली एवं गोलू मारवाड़ी के ऊपर दबाव बनाया जा रहा था। साथ ही मुंकु नेपाली की महिला मित्र मेघा तिवारी को शुभम नामदेव द्वारा मैसेज एवं कॉल करके नजदीकी बढ़ाने की कोशिश की जा रही थी, जिससे तंग आकर तीनों ने मृतक शुभम नामदेव को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
गला काट दिया
हत्या के एक दिन पहले रात को गोलू मारवाड़ी द्वारा वाट्स-अप कॉलिंग कर मृतक शुभम नामदेव को जयस्तंभ चौक बुलाया गया और पूर्व बनाई योजना के अनुसार रकम वापस करने और मेघा तिवारी से मुलाकात कराने की बात कह कर दूसरे दिन शाम को लगभग 7.30 बजे मृतक को पेंड्री स्थित पेट्रोल पंप के पास बुलाया गया। आरोपीगण पहले से ही अपना-अपना मोबाइल घर में रख कर घटनास्थल पर उपस्थित थे। शुभम के आने के पश्चात् मेघा तिवारी उसको शराब पीने के बहाने कार से थोड़ा दूर ले गई। मौका देखकर मुंकू नेपाली कार की पिछली सीट पर बैठ गया और जैसे ही शुभम ड्रायविंग सीट पर बैठा वैसे ही मुंकू ने खुखरीनुमा धारदार हथियार से एक झटके में उसका गला काट दिया।
3 सौ से ज्यादा से हुई पूछताछ
इस मामले में थाना लालबाग में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज किया गया था और मामले की जांच की जा रही थी। इसी दौरान पुलिस ने लगभग 300 लोगों से पूछताछ की और 2500 से अधिक लोगों के कॉल डिटेल खंगाले लेकिन हत्या के संबंध में कोई ठोस सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा।
कोरोना का भी अडंगा
कोरोना महामारी के पिछले वर्ष संदेहियों का नारको एवं ब्रेन मैपिंग टेस्ट कराने अनुमति भी प्राप्त नहीं हो रही थी। स्थिति सामान्य होने के बाद कुछ संदेहियों का गुजरात स्थित गांधीनगर में नारको एवं ब्रेन मेपिंग टेस्ट कराया गया।
जांच में ये थे शामिल
टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर पुलिस महानिरीक्षक विवेकानंद सिन्हा एवं पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव डी श्रवण के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कविलास टंडन, जयप्रकाश बढ़ई, सुरेशा चौबे के मार्गदर्शन में उप पुलिस अधीक्षक मयंक रणसिंह, रुचि वर्मा, निरीक्षक आशीर्वाद रहटगांवकर, राजेश साहू, केपी मरकाम एवं उप निरीक्षक बिल्किस खान सहित 6 पुलिस अधिकारियों की टीम गठित कर टेस्ट के आधार पर तकनीकी रूप से सूक्ष्म से सूक्ष्म बिंदुओं पर जांच की गई एवं संदेहियों को पुन: पूछताछ के लिए तलब किया गया। पहले तो पूछताछ पर संदेहियों ने अपने आप को साफ-पाक बताने की कोशिश की लेकिन मनोवैज्ञानिक ढंग से पूछताछ करने पर आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
पहले भी जा चुके हैं जेल
आरोपी मुंकू नेपाली एवं गोलू मारवाड़ी बहुत ही शातिर हैं एवं पूर्व में भी हत्या एवं हत्या के प्रयास के कई प्रकरणों में जेल जा चुके हैं। पुलिस ने मामले में आरोपियों के खिलाफ हत्या की धारा 302 के तहत कार्रवाई की है। तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया है।
अस्पताल जाते हुई मौत
मृतक शुभम घायल अवस्था में कुछ दूर तक कार चलाते हुए होटल राज इंपीरियल के पास मदद के लिए रुका। इसके बाद इलाज के लिए ले जाते समय उसकी मृत्यु हो गई।
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