ज्ञात हो कि मोहड़ वार्ड ४९ में अमृत मिशन योजना के तहत नगर-निगम द्वारा शहर से निकलने वाले गंदा पानी को ट्रीट करने के लिए साढ़े १२ करोड़ रुपए की लागत से सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जा रहा है। इसकी क्षमता ६.२ एमएलडी है। निर्माण का ठेका मेसर्स जयश्री बालाजी सूरजपुर छत्तीसगढ़ को दिया गया है। निर्माण कार्य की शुरुआत २० मार्च २०१८ से किया गया है। १८ महीने में काम पूरा करना है। इस हिसाब से सितंबर २०१९ में काम पूरा हो जाना था, लेकिन समय निकलने के बाद भी अब तक ४० फीसदी ही काम हो पाया है। अब भी कार्य स्थल पर गिनती के ही कर्मचारियों से काम कराया जा रहा है। इसे पूरा करने में एक साल से अधिक का समय लगेगा।
ठेकेदार के बचाव में निगम के अफसर निर्माण कार्य में जुटे कर्मचारियों का कहना है कि निर्माण को पूरा होने में करीब एक साल और समय लगेगा। लेकिन निगम के अफसर मार्च २०२० तक पूरा कर लेने का दावा कर रहे हैं। वहीं निर्माण कंपनी को देरी से जगह उपलब्ध कराने की बात कहते हुए अफसर ठेकेदार के बचाव में उतर आए हैं। चुपके से छह महीने का अतिरिक्त समय भी ठेकेदार को निर्माण पूरा करने के लिए दे दिया गया है।
अतिरिक्त समय दिया गया है नगर निगम ईई दीपक जोशी ने कहा कि निर्माण कंपनी को देरी से जगह उपलब्ध कराया गया है। इस वजह से थोड़ी देरी हुई है। मार्च 2020 तक निर्माण पूरा करने के लिए अतिरिक्त समय दिया गया है।