इस बीच खाद परमिट कटवाने आए हितग्राहियों में कही भी सोशल डिंस्टेंस का पालन प्रबंधक द्वारा नहीं करवाया गया। न टेंट न ही कोई सुविधा
इतनी भीड़ को एक साथ बुलाने का असंगत निर्णय लेने वाले समिति प्रबंधक ने न तो किसानों के लिए कोई टेंट की व्यवस्था की और न ही हाथ धुलाने के लिए पानी एवं सेनेटाइजर की व्यवस्था की।
चिखलाकसा, दानीटोला, मिटकूटोला, टोला, ऊँचईपूर से पहुंचे किसानों में से महेश राम यादव, लखनूराम पटेल, सुखीत कोर्राम, पहाड़ सिंह, रूपूराम निषाद, बासिन बाई, राधाबाई, चिरोबाई, रजोलाबाई, रामसिंह, गणपता यादव, रामप्रहलाद सिंह, धीरपाल भआर्य, मुराव गोड़, नालूराम विश्वकर्मा ने बताया कि वो आज सुबह घर से बस चाय पीकर निकले और पूरा दिन धूप में ही खड़ा रहना पड़ा है। प्रबंधक ने न तो कोई टेंट की व्यवस्था की है और न ही भीड़ को संयमित करने के लिए कोई कार्य योजना इनके पास थी। यदि क्षेत्र में एकत्रित भीड़ में से किसी को कोरोना होता है तो उसका ठीकरा उन्होनें समिति के प्रबंधक विजय नायक पर ही फोडऩे की मांग है।