ज्ञात हो कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा सोमवार को भी जिले से कोरोना संक्रमण के संदिग्धों का २४ सैंपल लिया गया। इस सैंपल को स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी विभागीय गाड़ी से ही रायपुर एम्स लेकर जा रहे थे। तभी कोविड-१९ सैंपल वाहन लिखे गाड़ी को ठाकुरटोला स्थित टोल प्लाजा में अशोका बिल्डकॉन कंपनी के कर्मचारियों द्वारा रोक लिया। जबकि पूरे एक महीने से अधिक समय से इसी गाड़ी से सैंपल ले जाया जा रहा है। कभी भी कहीं भी नहीं रोका गया। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने जानकारी दी। सैंपल तक को दिखाया इसके बाद भी उन्हें नहीं छोड़ा गया। सैंपल खराब न हो इसलिए मजबूरन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को टोल टैक्स देना पड़ा, तब जाकर उन्हें छोड़ा गया।
समय पर नहीं पहुंचा तो सैंपल हो जाएगा खराब
कोविड-१९ के सैंपल को बेहद सावधानी पूर्वक लिया जाता है, जिसे निर्धारित समय में रायपुर एम्स भेजना होता है। समय पर यदि सैंपल लैब नहीं पहुंचा, तो खराब हो जाता है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग को उसी व्यक्ति का फिर से सैंपलिंग करना पड़ सकता। इसकी पूरी जानकारी देने के बाद भी टोल में उपस्थित कर्मचारी बहस करने लगा।
कोविड-१९ के सैंपल को बेहद सावधानी पूर्वक लिया जाता है, जिसे निर्धारित समय में रायपुर एम्स भेजना होता है। समय पर यदि सैंपल लैब नहीं पहुंचा, तो खराब हो जाता है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग को उसी व्यक्ति का फिर से सैंपलिंग करना पड़ सकता। इसकी पूरी जानकारी देने के बाद भी टोल में उपस्थित कर्मचारी बहस करने लगा।
मांग रहे थे एनएच व डीएम का परमिशन
गाड़ी को रोकने पर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि कोरोना सैंपल ले जाने वाली गाड़ी है। इस पर टोल कंपनी के कर्मचारी उनसे एनएच व डीएम की परमिशन की मांग कर बहस करने लगे। इस तरह स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को परेशान हो पड़ा। मामले में स्वास्थ्य विभाग लिखित शिकायत करने की तैयारी में है।
इस संबंध में सीएमएचओ डॉ. मिथेलश चौधरी ने बताया कि शिकायत आई थी, गाड़ी को रोका गया था। वरिष्ठ अफसरों से इस संबंध बात कर ली गई है। अब स्वास्थ्य विभाग के वाहनों को नहीं रोका जाएगा।
गाड़ी को रोकने पर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि कोरोना सैंपल ले जाने वाली गाड़ी है। इस पर टोल कंपनी के कर्मचारी उनसे एनएच व डीएम की परमिशन की मांग कर बहस करने लगे। इस तरह स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को परेशान हो पड़ा। मामले में स्वास्थ्य विभाग लिखित शिकायत करने की तैयारी में है।
इस संबंध में सीएमएचओ डॉ. मिथेलश चौधरी ने बताया कि शिकायत आई थी, गाड़ी को रोका गया था। वरिष्ठ अफसरों से इस संबंध बात कर ली गई है। अब स्वास्थ्य विभाग के वाहनों को नहीं रोका जाएगा।