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कोरोना संक्रमण की आहट से गांव हुए सील, लॉकडाउन के लिए कहीं कांटे लगाए गए तो कहीं बेरियर …

locationराजनंदगांवPublished: Mar 28, 2020 03:40:04 pm

Submitted by:

Nitin Dongre

प्रवासियों की वापसी हुई नगण्य, अधिकतर पलायनवासी हैं होम आईसोलेशन में

Village seals due to Corona infection, thorns were put for lockdown and some places are blocked ...

कोरोना संक्रमण की आहट से गांव हुए सील, लॉकडाउन के लिए कहीं कांटे लगाए गए तो कहीं बेरियर …

डोंगरगांव. केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा लॉकडाउन किए जाने के बाद से क्षेत्र के ग्रामों में सतर्कता बढ़ गई है। ग्रामीणों ने गांव में आवाजाही पूरी तरह प्रतिबंधित कर दी है। कुछ ग्रामों में कांटों को डालकर रोड ब्लॉक कर दिया गया है जबकि कुछ ऐसे ग्राम भी हैं जहां बेरियर बनाकर आवाजाही करने वालों पर नजर रखी जा रही है। हालांकि लगभग सभी ग्रामों में बाहरी व अनावश्यक आने वाले व्यक्तियों को प्रवेश की मनाही है। कुछ ऐसा ही नजारा ग्राम सोमाझिटिया, खुज्जी, भटगुना आदि में देखने को मिला, जहां सड़क पर कटीली शाखाओं व पेड़ों को गिराकर रोड ब्लॉक कर दिया गया है।
क्षेत्र के ग्राम आसरा, मनेरी, सांगिनकछार आदि रोड पर बेरियर लगाकर आवाजाही करने वाले ग्रामीणों व बाहरी व्यक्तियों की मानिटरिंग के लिए ग्रामवासियों ने युवाओं की ड्यूटी लगा दी है। वहीं उक्त ग्रामों में बाहरी व्यक्तियों को अनावश्यक प्रवेश की मनाही है। हालांकि सभी आवश्यक सेवाओं जैसे स्वास्थ्य व मेडिकल से जुड़े कारोबारी, दूध बांटने वाले, अखबार हॉकर, सब्जी विक्रेताओं को इससे पृथक रखा गया है। इस संदर्भ में ग्रामीणों ने बताया कि लॉकडाउन से ग्राम में प्रवेश करने वालों की पहचान आसानी से हो रही है साथ ही संक्रमण की संभावना भी नगण्य है।
प्रवासियों की वापसी हुई नगण्य, अधिकतर पलायनवासी हैं होम आईसोलेशन में

कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम के लिए बीते सप्ताह से केन्द्र व राज्य शासन द्वारा चलाए जा रहे अभियान के बाद प्रवासियों का लौटना प्रारंभ हो गया था। शुरूआती तीन दिनों में 250 से अधिक पलायनवासियों की वापसी हुई है वहीं अब यह संख्या नगण्य हो गई है। हालांकि इन छ: दिनों में 380 से अधिक प्रवासियों का अस्पताल में बनाए कंट्रोल रूम के पास है। इन सभी को होम आईसोलेशन पर रहने की सलाह दी गई है।
लॉकडाउन के बाद अब नहीं के बराबर दिख रहे प्रवासी

घर लौटने वालों में ज्यादातर लोग महाराष्ट्र, तमिलनाडू व तेलंगाना राज्यों से हैं। इनमें सबसे अधिक नागपुर, चंद्रपुर, मुंबई, पुणे, नासिक, हैदराबाद व अन्य शहर शामिल हैं। इन आंकड़ों में राज्य के रायपुर, दुर्ग सहित अन्य जिलों में कामकाज की तलाश में गए मजदूरों का भी आंकड़ा शामिल है। राहत की खबर यह है कि लॉकडाउन होने के बाद से प्रवासियों का आना अब नगण्य हो गया है। हालांकि क्षेत्र में अनेक ऐसे बाहरी व्यक्ति हैं जो अपने घरों को लौटना चाह रहे हैं परन्तु साधन सुविधा के अभाव में जो जहां है वैसे ही बने हुए हैं।
इधर खुज्जी में हॉटल सील

वैश्विक आपातकाल की स्थिति को देखते हुए शासन-प्रशासन जहां विभिन्न संधाधनों व माध्यम से लोगों को जागरूक करने में लगा है। वहीं कुछ व्यापारी ऐसे भी है जो निजी लाभ व स्वार्थ के लिए स्वयं, अपने परिजनों व समाज के लिए घातक बने हुए हैं। कुछ ऐसा ही नजारा ग्राम खुज्जी में गुरूवार को देखने को मिला जहां ग्राम खुज्जी के बस स्टैंड में राकेश हॉटल को खोलकर बकायदा व्यवसाय किया जा रहा था। इससे वहां भीड़ जमा होने लगी थी, इसकी सूचना प्रशासन को दिए जाने के बाद एसडीएम वीरेन्द्र सिंह ने उक्त हॉटल को सील कर दिया।
इस मामले में कोताही नहीं बरती जाएगी

व्यवसायी पर अन्य कार्रवाई प्रशासन द्वारा किया जाना शेष है। इस संदर्भ में एसडीएम वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि इस मामले में कोई भी कोताही नहीं बरती जाएगी चूंकि यह आमजनों के स्वास्थ्य का मुद्दा है। लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है परन्तु कतिपय लोग इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। ऐसे असामाजिक तत्वों पर कठोर कार्रवाई की जा रही है।
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