राजनांदगांव: सिस्टम से लड़कर नहीं मिला हक तो ग्रामीण ने मांगी कलेक्टर और SP से इच्छा मृत्यु
अपनी जमीन पर अपने अधिकार के लिए गुहार लगाकर थक चुके मानपुर के किशनलाल बघेल ने राजनांदगांव पहुंच कर पुलिस अधीक्षक व कलेक्टर से इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई है।

राजनांदगांव. अपनी जमीन पर अपने अधिकार के लिए गुहार लगाकर थक चुके मानपुर के किशनलाल बघेल ने राजनांदगांव पहुंच कर पुलिस अधीक्षक व कलेक्टर से इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई है। राजनांदगांव जिले के सुदूर वनांचल क्षेत्र मानपुर के निवासी किशन लाल की मानपुर में लगभग 13 डिसमिल जमीन है, जिस पर मानपुर के ही मंगलू राम ने कब्जा कर लिया है और इस जमीन पर उसने मकान भी बनाकर किराए पर दे रखा है।
बेदखली का आदेश जारी हुआ
अपनी जमीन के लिए किशनलाल ने वर्षों से संघर्ष किया और कई जगह अपने जमीन पर अपना अधिकार पाने आवेदन-निवेदन किया, जिसके बाद 23 मार्च वर्ष 2018 में राजस्व आदेश अनुवृत्ति पत्र जारी किया गया। जिसमें उक्त जमीन को किशनलाल का पाया गया और कब्जा धारी मंगलू राम को इस जमीन से बेदखल करने 17 फरवरी 2020 को मानपुर तहसील कार्यालय से बेदखली आदेश जारी हुआ।
28 जुलाई 2020 को राजस्व अमले ने कब्जा धारी मंगलू राम और आवेदक किशन लाल को मौके पर बुलाया लेकिन मंगलू राम वह नहीं पहुंचा। इसके बाद गांव के लोगों की उपस्थिति में पंचनामा तैयार कर किशनलाल को कागजों में कब्जा सौंप दिया गया, लेकिन उक्त जमीन पर किशन लाल अपना हक नहीं जाता पाया, क्योंकि अब भी उसकी जमीन मंगलू राम के ही कब्जे में थी। इसको देखते हुए उसने एक बार फिर कब्जा दिलाने के लिए तहसीलदार के समक्ष आवेदन किया और 23 अगस्त 2020 को मानपुर तहसीलदार ने उसे कब्जा दिलाया गया है इस बात का पत्र जारी कर दिया।
कागजों में मिला हक
किशनलाल को अपनी जमीन पर अपना अधिकार केवल कागजों में ही मिला। पीडि़त किशन लाल का कहना है कि वाह अपने परिवार सहित उक्त भूमि पर कब्जे के लिए पहुंच गया लेकिन वहां से उसे पुलिस के द्वारा कब्जा नहीं करने दिया गया और खदेड़ दिया गया।
अब लगाई अंतिम गुहार
सभी तरफ फरियाद कर थक चुके किशनलाल ने अब अपने और अपने परिवार के लिए इच्छा मृत्यु की मांग की है। किशनलाल राजनंदगांव पुलिस अधीक्षक कार्यालय और कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर अपनी जमीन पर कब्जा दिलवाने अथवा इच्छामृत्यु देने की मांग की है।
एसपी ने कहा- उचित कार्रवाई करेंगे
किशनलाल ने अपनी जमीन को वापस पाने वर्षों संघर्ष किया है, सारे दस्तावेजों के जरिए उसने अपनी जमीन पर अपना मालिकाना हक भी प्रमाणित किया है। प्रशासन द्वारा दस्तावेजों की जांच भी की गई और उक्त भूमि आवेदक किशन लाल का ही पाया गया। इसके बावजूद प्रशासन आवेदक किशनलाल को जमीन पर कब्जा सिर्फ कागजों में ही दिलवा पाया है। इस मामले को लेकर राजनांदगांव पुलिस अधीक्षक डी. श्रवण का कहना है कि आवेदक ने कब्जा दिलाने के लिए आवेदन किया है, जिस पर उचित कार्रवाई की जाएगी। बहरहाल, पीडि़त किशन लाल अब कलेक्टर एसपी से उस जमीन पर अपना अधिकार दिलवाने की मांग कर रहा है। वहीं अगर उसे शासन-प्रशासन उसकी जमीन पर कब्जा नहीं दिला पाते हैं तो किशन लाल इच्छा मृत्यु की मांग भी कर रहा है।
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