बता दें कि डोंगरगांव से जेवरतला तक की दूरी करीब 24 किलोमीटर है और इसमें से ग्राम जेवरतला की ओर इस सड़क का निर्माण का कार्य प्रारंभ हो चुका है और लगभग 8 किलोमीटर तक का कार्य पूर्ण किया जा चुका है। एडीबी प्रोजेक्ट के इंजीनियर से मिली जानकारी के अनुसार कोरोना काल के चलते काम को रुक गया था, इसके बाद से ठेकेदार की नक्सली गतिविधियों में सम्मिलित होने के चलते काम बंद हो गया था, हालांकि राहगीरों की समस्या को देखते हुए जल्द से जल्द रोड का कार्य पुन: प्रारंभ किए जाने की बात कही जा रही है।
गड्ढे बन गए थे डेथ प्वाईंट डोंगरगांव से खुज्जी और खुज्जी से लेकर पिनकापार-जेवरतला रोड में हैवी और ओवर लोडेड वाहनों और विभाग की अनदेखी सहित जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के चलते कई जगह इतने भयानक हो गए गडढे थे और राहगीरों के लिए डेथ प्वाइंट बन गए थे। ग्रामीणों ने बताया कि सड़क में इन गड्ढों के चलते कई बार भयानक एक्सीडेंट हुए हैं। इधर वर्तमान में वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए मुरूम मिट्टी की फिलिंग की जा रही है। इसे लेकर भी कुछ ग्रामीणों ने असंतोष जताया है।
एडीबी प्रोजेक्ट के तहत कराया जा रहा है कार्य छत्तीसगढ़ राज्य क्षेत्र सड़क परियोजना के तहत लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत एडीबी प्रोजेक्ट के तहत डोंगरगांव-खुज्जी-पिनकापार-जेवरतला मार्ग का उन्नयन एवं पुनर्निर्माण कार्य कराया जा रहा है। सड़क निर्माण का कार्य करीब 69 करोड़ रुपए की लागत से 24 किलोमीटर की लंबाई कराया जाना है। उक्त कार्य का कार्य आदेश दिनांक 30 जून 2019 है और इस पुण्य कार्य की कार्य अवधि 20 माह की है, इस सड़क उन्नयन कार्य के अंतर्गत सड़क की चौड़ाई 7 मीटर है। वहीं मध्यम पुल एक नग सहित 87 नग पाइप, स्लैब, बॉक्स पुल भी बनाए जाएंगे।