उल्लेखनीय है कि वीवीपैट में आपका दिया गया मत सात सेकेंड तक प्रदर्शित होता है। इससे निर्वाचन प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित होती है। इस मौके पर जिला पंचायत सीईओ चंदन कुमार, अपर कलक्टर ओंकार यदु, एके बाजपेयी उपस्थित थे।
कलक्टर ने कहा कि नोडल आफिसर अपने क्षेत्र में पीडब्ल्यूडी (परसन विद डिसएबिलिटीज) वोटर्स का चिन्हांकन करें एवं यह सुनिश्चित करें कि उन्हें वोट डालने में किसी तरह की असुविधा का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने कहा कि सभी मतदान केंद्रों में रैंप सुनिश्चित करें। साथ ही इनकी सुविधाओं के लिए व्हील चेयर रखवाना भी सुनिश्चित करें।
अभियान चलाया जाए कलक्टर ने कहा कि नये वोटर अधिकाधिक मतदान की प्रक्रिया में हिस्सा ले सकें। इसके लिए उन्हें मतदान के लाभों के संबंध में जागरूक करने स्वीप अभियान का व्यापक प्रचार-प्रसार करें। नवाचारों के साथ मतदान के बारे में लोग जागरूक करें। कलक्टर ने कहा कि जिन मतदान केंद्रों में 70 प्रतिशत से कम वोटिंग हुई है वहां विशेष रूप से अभियान चलाया जाए।
सेक्टर आफिसर्स ने दिया फीडबैक बैठक में सेक्टर आफिसर्स ने मतदान केंद्रों के अपने भ्रमण के संबंध में फीडबैक अपने आरओ को सौंपे। जिन मतदान केंद्रों में कमियां पाई गईं उन्हें दुरूस्त करने के लिए संबंधित विभागों को निर्देशित किया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि मतदान केंद्रों में बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित हों। यहां तक पहुंच मार्ग आसान हो। अगर मतदान केंद्र संवेदनशील है तो इस संबंध में विस्तृत जानकारी आरओ को सौंपी जाए ताकि यहां शांतिपूर्ण मतदान के लिए पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके।
रखें विशेष ध्यान कलक्टर ने कहा कि जिले में कुछ शैडो एरिया हैं जहां एक ही मोबाइल कंपनी की कनेक्टिविटी है। यदि आप इस जगह के सेक्टर आफिसर हैं तो आप विशेष रूप से उस कंपनी का सिम रखें तथा इसका नंबर आरओ को भी उपलब्ध कराएं ताकि संपर्क में किसी तरह की परेशानी न हो।
ट्रेनिंग बेहद महत्वपूर्ण उन्होंने कहा कि मतदान दलों की ट्रेनिंग सर्वाधिक महत्वपूर्ण है ताकि वे अच्छी तरह से चुनाव संपन्न करा सकें। इसके लिए विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है ताकि पूरी तरह से दक्ष होकर मतदान दल अपने केंद्रों में चुनाव के दौरान जा सकें।