मिली जानकारी अनुसार पारिवारिक विवाद को सुलझाने के लिए पीडि़त महिला के पति ने बैठक रखी थी। बैठक में सरपंच और उसके पति राजेंद्र ठाकुर ने महिला से भरी सभा में गाली-गलौज करते हुए उसके बालों को पकड़कर घसीटा और चप्पलों से पीटा। बीच बचाव के लिए आई उनकी दो बेटियों से भी मारपीट की गई। इसके बाद गांव से उसका दाना पानी बंद कर दिया गया और गांव वाले को उससे बात करने पर 20 हजार का जुर्माना लगाए जाने का फरमान जारी कर दिया है।
मामले की शिकायत लेकर महिला औंधी थाने पहुंची तो वहां थानेदार ने एफआईआर दर्ज नहीं किया। कहा आपके आवेदन का निराकरण हो गया है। छोटी-छोटी बातों पर थाना मत आया करो बोल कर वापस घर भेज दिया। इससे खुद को असहाय समझकर महिला ने मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की है।
थाने में सुनवाई नहीं होने पर महिला ने एपीआई के मानपुर ब्लॉक अध्यक्ष सियाराम नरेटी को पूरे मामले की जानकारी दी, जिसके बाद महिला ने जिला अध्यक्ष मनोज सोरते को लिखित में आवेदन दिया। इसके बाद जिलाध्यक्ष ने महिला के साथ एसपी ऑफिस पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। प्रशासन ने जल्द ही कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।