पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपित महिला यशोदा गुरूवार को दोपहर 3 बजे समीपस्थ ग्राम जंतर में घर के बाहर खेल रहे डेढ़ वर्षीय बच्चे को उठाकर ले जा रही थी, जिसे ग्रामीणों की सतर्कता और पुलिस की तत्परता से उक्त महिला को पकड़कर गंभीर अपराध होने से बचा लिया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार उक्त महिला के नाम पता को व उसके क्रियाकलापों को लेकर तथा उसके क्षेत्र में आने व किसी के साथ होने जैसे अन्य कडिय़ों की जांच गंभीरता से की जा रही है। आशंका यह भी जताई जा रही है कि इनका पूरा गैंग आसपास के क्षेत्र में सक्रिय हो सकता है।
ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस के हवाले किया था इस संबंध में एसडीओपी घनश्याम कामड़े ने बताया कि उक्त महिला जंतर से बच्चे को उठाकर अपहरण की नियत से जा रही थी, जिसे ग्रामीणों ने पकड़कर मौके पर ही पुलिस के हवाले किया था। उक्त घटना के बाद डोंगरगांव पुलिस ने इस महिला के संबंध में जो भी जानकारी हो वह देने की अपील की है ताकि अन्य गांव में इस प्रकार की घटना घटित ना हो और सभी सुरक्षित रहे।
कोरोना काल में बेखौफ घूम रहे हैं अपराधी गुरूवार को ग्राम जंतर में घटित अपरहण की घटना के बाद से क्षेत्रवासियों में दहशत है। कोरोना कॉल में अनावश्यक आवाजाही में पूर्णत: प्रतिबंध है। सार्वजनिक यातायात के साधन बंद हैं परन्तु बावजूद इसके बाहरी संदिग्धों का क्षेत्र में घूमना व बेरोकटोक आवागमन पुलिस के कार्यशैली पर कई सवाल उठाते हैं। ज्ञात हो कि बीते दो तीन दिनों के भीतर जंतर के अतिरिक्त ग्राम पेंडरवानी व रेंगाकठेरा में भी बाहरी चेहरे भिक्षावृत्ति के बहाने गांव में घूमते नजर आये थ।े हॉलांकि अब पुलिस भी इस मामले में सख्ती बरतने के मूड में है।