प्रबंधक व ठेकेदार द्वारा डायमेंशन विभाग में लोडिंग-अनलोडिंग कार्य करने वाले श्रमिकों के कार्य करने की बात कही तथा 4-4 श्रमिकों को बारी बारी से रखने की बात कही गई जिसका श्रमिकों ने विरोध किया और समझौता नहीं हो पाया। श्रमिकों ने उक्ताशय की शिकायत कलेक्टर से की, जिस पर पूर्व श्रम अधिकारी द्वारा डोंगरगढ़ पहुंच कर प्रतिवेदन बनाकर महोदय को सौंपा। श्रम अधिकारी द्वारा न ही श्रमिकों को बैठक में बुलाया गया न ही श्रमिकों से कोई बात की। प्लांट में बैठकर प्रबंधक ठेकेदार के साथ बात कर एक पक्षीय कार्यवाही की है। उक्त प्रबंधक ठेकेदार द्वारा श्रमिकों को रोजाना बुलाकर तथा मेमो देकर काम पर आने को कहा गया और जब श्रमिक प्लांट पहुंचते तो उन्हें काम नहीं है कहकर वापस भेज देते हैं और यह क्रम अनवरत पिछले एक माह से चल रहा है।
प्रबंधन व ठेकेदार की होगी जिम्मेदारी श्रमिकों ने बताया कि विगत 20 सालों में चार ठेकेदार बदल चुके हैं एवं वर्तमान में ठेकेदार चंद्रशेखर अंबादे है। वहीं श्रमिकों ने अपने संगठन युनीवेब्स स्लीपर प्लांट रेल मजदूर संघ के माध्यम से कहा है कि यदि किसी श्रमिक ने कोई गलत कदम उठाया तो पूरी जवाबदारी युनीवेब्स स्लीपर प्लांट प्रबंधक ठेकेदार एवं प्रशासन की होगी। श्रमिकों ने कहा कि हम सभी श्रमिको को यथावत काम पर रखने एवं मई जून का वेतन दिलवाये जिससे उनका परिवार का पालन पोषण हो सके।