रिमोट संचालित बेड
राजकीय आरके जिला चिकित्सालय में नए बन रहे इस आईसीयू में जो बेड लगाए गए हैं उनकी कीमत ८० हजार रुपए प्रति बेड है। बेड पूरी तरह से आधुनिक सुविधा युक्त हैं। बेड पर ही मरीज को सेंटर ऑक्सीजन पाइप लाइन के जरिए ऑक्सीजन की सुविधा मिलेगी। बेड से अटैच ही कम्प्यूटराइज स्क्रीन होगी, जिसकी मॉनिटरिंग एक सेंटर काउंटर से जुड़ी होगी। यही नहीं बेड पूरी तरह से रिमोड संचालित हैं, जिससे मरीज को उठाने, बिठाने व ऑपरेशन के दौरान शरीर को मोडऩे का काम रिमोट द्वारा किया जाएगा। बेड के पाए में पहिए लगे होने से मरीज को ऑपरेशन के दौरान आईसीयू से ऑपरेशन थिएटर में शिफ्ट करने व ऑपरेशन के दौरान इन्हीं बेडों का उपयोग किया जाएगा। जिससे मरीज को बार-बार उठाने-बैठाने की समस्याओं से गुजरना नहीं पड़ेगा।
भामाशाह के सहयोग से हुआ काम अस्पताल प्रशासन ने बताया कि आईसीयू वार्ड भामाशाह (पावरग्रिड कॉर्पोरेशन प्राइवेट लि.) के आर्थिक सहयोग से किया जा रहा है। भामाशाह ने इसके लिए 70 लाख रुपए दिए हैं। इसमें 12 आधुनिक बेड के साथ ही कम्प्यूटराइज उपकरण, ऑक्सीजन पाइप लाइन, एसी आदि के काम किए गए जा रहे हैं।
दूसरे तल पर बनाया वार्ड
अस्पताल प्रशासन ने वर्तमान में दूसरे तल पर संचालित आईसीयू वार्ड के पास ही इस नए वार्ड को बनाया है। वार्ड में दो कमरे आईसीयू के हैं, एक में 4 तथा एक में 8 बेड लगे हैं। दोनों ही कमरों में अटैच, शौचालय की सुविधा है। दोनों ही कमरे पूरी तरह एसी सुविधा से युक्त हैं।
वर्तमान में चार बेड का है वार्ड
जिला चिकित्सालय 350 बेड का है। इसमें अभीतक महज आईसीयू के लिए ४ बेड ही थे। मरीजों की संख्या को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने इसी वार्ड में एक अतिरिक्त बेड लगा रखा था। जिससे हृदय रोगियों और गम्भीर बीमार मरीजों को खासी समस्या हो रही थी, कई बार बेड की सुविधा नहीं होने पर मरीजों को रैफर तक करना पड़ता था।
भामाशाह के सहयोग से हमने आईसीयू वार्ड को १२ बेड का बनाया है। इसमें आधुनिक सुविधा युक्त बेड लगवाए गए हैं। इस वार्ड की शुरुआत दीपावली से पहले कर देंगे।
डॉ. सीएल डूंगरवाल, पीएमओ, राजकीय आरके चिकित्सालय, राजसमंद