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दो लाख की ठगी का खाताधारक गिरफ्तार, मास्टरमाइंड जेल में

locationराजसमंदPublished: Sep 19, 2020 09:01:20 pm

Submitted by:

Rakesh Gandhi

– खमनोर थानाधिकारी के नाम से फोन पर ठगी का मामला- मुख्य आरोपी ने बाड़मेर जेल से रची साजिश

दो लाख की ठगी का खाताधारक गिरफ्तार, मास्टरमाइंड जेल में

दो लाख की ठगी का खाताधारक गिरफ्तार, मास्टरमाइंड जेल में

खमनोर. थानाधिकारी के नाम से उपसरपंच को झांसे में लेकर फोन पर चार लाख की मांग करने और दो लाख रुपए खाते में डलवाने कामयाब ठगी की वारदात में खाताधारक को पुलिस ने शनिवार देर शाम गिरफ्तार कर लिया है। खाताधारक ब्यावर का रहने वाला है, जबकि उपसरपंच से फोन पर बात करने वाला मुख्य आरोपी पाली जिले का शातिर बदमाश है जो फिलहाल बाड़मेर जेल में बंद है।
थानाधिकारी पारसमल वीरवाल ने बताया कि उनके नाम से घोड़च उपसरपंच उषाण निवासी भगवतसिंह पुत्र भंवरसिंह राजपूत से दो लाख रुपए की ठगी के मामले में खाताधारक पारसी कॉलोनी ब्यावर निवासी मनोज (27) पुत्र नरोत्तम माली को गिरफ्तार कर लिया है। प्रारंभिक पूछताछ में खाताधारक मनोज माली ने पुलिस को बताया कि पाली निवासी सुरेश ऊर्फ भैरू तेली ने उसके खाते में दो लाख रुपए डलवाए हैं। खाताधारक मनोज माली और मास्टरमाइंड सुरेश तेली की जान-पहचान एक साल पहले तब हुई, जब वे दोनों एक मामले में अजमेर जेल में बंद थे। दोनों के बीच वहीं मुलाकात और वारदातों को लेकर गठजोड़ बना था। पुलिस का कहना है कि दोनों बदमाशों के बीच जबरदस्त तालमेल रहा है। इसी वजह से थानेदार के नाम से दो लाख रुपए की ठगी की वारदात को अंजाम देने में कामयाब रहे। मास्टरमाइंड सुरेश ऊर्फ भैरू तेली ने जेल से ही घोड़च उपसरपंच से फोन पर बात कर मनोज माली के खाते में दो लाख रुपए डलवाए। जेल में बंद सुरेश और दो लाख रुपए खींचने की जुगत में था, लेकिन उपसरपंच को ठगी का आभास हो गया। पुलिस ने बैंक डिटेल के आधार पर ब्यावर जाकर खाताधारक मनोज माली के बारे में जानकारी ली और उसे ट्रेस कर पकड़ लिया। शनिवार देर शाम पुलिस उसे गिरफ्तार कर खमनोर थाने ले आई। पुलिस पूरी वारदात का पटाक्षेप करने के लिए बाड़मेर जेल में बंद मास्टरमाइंड सुरेश ऊर्फ भैरू तेली को लाने की तैयारी कर रही है।
मनोज लेता पैसा इधर-उधर करने के हवाले
पुलिस की शुरुआती पूछताछ में मनोज माली ने बताया कि वह कई जनों के लिए पैसे इधर-उधर करने का काम करता है। हवाले के जरिये वह खुद के बैंक खातों में भी पैसे डलवाता है और फिर सामने वाले के बताए अनुसार दूसरे खाते में ट्रांसफर कर देता है। घोड़च उपसरपंच के दो लाख रुपए भी उसने जेल में बंद सुरेश तेली के बताए खाते में ट्रांसफर कर दिए थे। पुलिस इस पूरे नेटवर्क को पता लगाने में जुट गई है।
बैरक की दीवारों के पीछे भी कर रहा ठगी
बाड़मेर जेल में बंद मास्टरमाइंड सुरेश तेली ने बैरक की चादीवारी से ही इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने बताया कि वह पहले भी उच्चाधिकारियों के नाम से ठगी की वारदातें करता रहा है। उसके खिलाफ पहले के भी करीब 50 मामले रिकार्ड पर बताए जा रहे हैं। जेल से हुई इस वारदात में बाड़मेर जेल प्रबंधन की भूमिका पर सवाल खड़े हो गए हैं।
ये थी ठगी की घटना
14 सितंबर को सुबह 10 बजकर 14 मिनट पर खमनोर एसएचओ के नाम से घोड़च उपसरपंच को फोन आया। 4 लाख रुपए तत्काल जरुरत होने की बात कहकर झांसे में लिया। उपसरपंच ने अपने पास रुपए नहीं होने पर दोस्तों को फोन कर दिए गए खाते में दो लाख रुपए डलवा दिए। और दो लाख रुपए के लिए लगातार फोन आने पर उपसरपंच ने थाने में जानकारी की। शंका होने पर उपसरपंच थाने पहुंच गया। एसएचओ द्वारा कोई पैसे नहीं मांगे जाने और ठगी होने की बात सामने आने पर उपसरपंच ने दूसरे दिन राजसमंद एसपी को परिवाद देकर बदमाशों को पकडऩे की मांग की।
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