शहर में श्री बालकृष्ण उच्च माध्यमिक विद्यालय के मुख्य द्वार पर अक्सर मनचलों का जमावड़ा लगा रहता है, जो आती-जाती छात्राओं पर हर वक्त फब्तियां कसते रहते हैं। गंभीर समस्या के बावजूद न तो विद्यालय प्रशासन द्वारा कोई ध्यान दिया जा रहा है और न ही पुलिस गंभीर है। इसका खमियाजा शहर की छात्राओं व स्थानीय लोगों को भुगतना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार विद्यालय खुलने व बंद होने से पहले कतिपय बदमाश प्रवृत्ति के युवक मुख्य द्वार के आस पास होटल व बाइक पर बैठ कर आती जाती स्कूली छात्राओं को तकते रहते हैं। कई बार अश्लील फब्तियां भी कसते हैं, मगर न तो क्षेत्रीय लोग कुछ बोलते हैं और न ही छात्राओं की उनसे पंगा लेने की हिम्मत है। इस कारण बेबस छात्राएं सब कुछ सहने को मजबूर है। कुछ इसी तरह की स्थिति विवेकानंद चौराहा से गल्र्स स्कूल तक बने रहते हैं। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय राजनगर, बालिका उमावि राजनगर के बाहर भी असामाजिक तत्व मंडराते रहते हैं। इसकी शिकायत के बावजूद न तो थाना पुलिस द्वारा कोई ध्यान दिया जा रहा है और न ही इस समस्या का कोई समाधान हो पा रहा है।
फिर भी नहीं ले रहे सबक
श्री बालकृष्ण स्कूल के बाहर कथित तौर पर छात्रा पर फब्तियां कसने से उपजे विवाद के बाद दो पक्षों में मारपीट के बाद बवाल मच गया। शहर में एक बारगी तनावपूर्ण हालात उत्पन्न हो गए। इसके बावजूद सबक लेकर पुलिस द्वारा कोई ठोस प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। इस कारण शहरवासियों में पुलिस के प्रति असंतोष है।
श्री बालकृष्ण स्कूल के बाहर कथित तौर पर छात्रा पर फब्तियां कसने से उपजे विवाद के बाद दो पक्षों में मारपीट के बाद बवाल मच गया। शहर में एक बारगी तनावपूर्ण हालात उत्पन्न हो गए। इसके बावजूद सबक लेकर पुलिस द्वारा कोई ठोस प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। इस कारण शहरवासियों में पुलिस के प्रति असंतोष है।
नहीं हो रही रोमियो पर कार्रवाई
स्कूल-कॉलेज के रास्तों व शहर में छात्राओं एवं युवतियों पर फब्तियां करने वाले रोमियो पर पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। पुलिस की उदासीनता के चलते असामाजिक तत्वों के हौंसले बुलंद हो रहे हैं।
स्कूल-कॉलेज के रास्तों व शहर में छात्राओं एवं युवतियों पर फब्तियां करने वाले रोमियो पर पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। पुलिस की उदासीनता के चलते असामाजिक तत्वों के हौंसले बुलंद हो रहे हैं।