दरअसल १२ दिसम्बर २०१९ की मध्य रात्रि से भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना का पुराना एमओयू पूरा हो गया और इसके बदले सरकार ने आयुष्मान भारत महात्मागांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना शुरू कर दी गई। मरीजों को समस्याएं नहीं हों इसलिए आगामी बीमा कम्पनी के चयन तक पूर्व की बीमा कम्पनी का ही एमओयू आगामी दो माह के लिए बढ़ा दिया गया। लेकिन इसमें कुछ नई शर्तें हैं। जिसके तहत निजी अस्पतालों का एमओयू सीधे सीएमएचओ से किया गया। जबकि पूर्व में यह एमओयू निजी अस्पताल और बीमा कम्पनी से सीधे हुए थे।
25 फीसदी करने होंगे निरीक्षण
नई स्वास्थ्य योजना के तहत अब चिकित्सा विभाग को महीने में 25 फीसदी उन निजी अस्पतालों के निरीक्षण करने हैं जिनमें यह योजना संचालित है। निरीक्षण में गए अधिकारियों, कर्मचारियों को स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत अस्पताल में भर्ती मरीजों से मिलकर पुष्टि करनी होगी कि उन्हे उचित लाभ दिया गया है या नहीं। गौरतलब है कि राजसमंद जिले के पांच अस्पताल राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना से जुड़े हुए हैं।
हां हमने एमओयू किया है…
नई शुरू हुई बीमा योजना के तहत अब हमें अस्पतालों से एमओयू करने थे, हमने पूर्व में संचालित पांचों अस्पतालों से नया अनुबंध कर लिया है। अब निरीक्षण और क्लेम में आई खामियों की जांच भी हमें दी गई है।
डॉ. जेपी बुनकर, सीएमएचओ, राजसमंद