कुंवारिया. जिले की सीमा पर स्थित लापस्या ग्राम पंचायत के खण्डेल गांव में रविवार रात को इतना भीषण बवण्डर आया कि कई ग्रामीणों के घरों की छत ही उड़ गई। ऐसे में अब इन परिवारों के पास भीषण गर्मी में सिर छुपाने की भी जगह नहीं बची है। खण्डेल चौराहा के निकट स्थित भील बस्ती में बिती रात को करीब नौ बजे तेज हवाएं चलना शुरू हुई, जो देखते ही देखते बवण्डर में बदल गई। ऐसे में ग्रामीण कुछ समझ पाते उससे पूर्व ही बवण्डर इतना विकराल हो गया कि लोगों के घरों पर डाले गए चद्दर उडऩा शुरू हो गए। गांव के नारायण लाल पुत्र लालुराम भील ने बताया कि यकायक इतनी तेजी से हुआ कि किसी को कुछ समझ ही नहीं आया। महिला जमना बाई भील ने बताया कि रात को सभी कमरे के बाहर बैठे थे कि तेज बवण्डर आया, जो उनके आशियाने की छत को ही उड़ा ले गया। बताया कि उन्होंने बड़ी मुश्किल से पाई-पाई जोड़कर घर की छत पर सीमेन्ट के चादर लगाए थे। परन्तु, रात को आए बवण्डर ने सब कुछ तबाह कर दिया। ऐसेे में अब भीषण गर्मी से सिर को छुपाने के लिए जगह भी नहीं बची है। नुकसान की जानकारी होने पर लापस्या सरपंच सपना देवी शर्मा, सचिव रमेशचन्द्र सुथार, पटवारी राजेन्द्र कुमार आदि ने ग्रामीणों के घरों पर पहुंचकर मौकापर्चा बनाकर नुकसान का आकलन करके उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी है। इनको भी हुआ नुकसान बवण्डर से खण्डेल भील बस्ती निवासी रतनलाल पुत्र हीरालाल, बद्रीलाल पुत्र हीरालाल, जवाहर लाल पुत्र गंगाराम, माधवलाल पुत्र उदयलाल, रोशन पुत्र हीरालाल, उदयलाल पुत्र धन्ना, नंदा पुत्र उदयलाल भील व लापस्या निवासी मांगीलाल पुत्र खुशाल भील के घरों पर लगा रखे सीमेन्ट के चादर उड़ गए। पंखे व लोहे के पाइप सहित उड़े चादर ग्रामीण नारायण लाल ने बताया कि बवण्डर की रफ्तार इतनी तेज थी कि कुछ ही पलों में घर की छत पर लगाए हुए सीमेन्ट के चादर, पत्थर, लोहे के पाइप, पंखे, लाइटों सहित उड़ गए। ग्रामीणों को दिलाएंगे राहत बवण्डर के कारण खण्डेल व लापस्या गांव में करीबन एक दर्जन ग्रामीणों के घरों की छतों से सीमेन्ट के चादर उड़ गए। नुकसान की जानकारी करके उच्च अधिकारियों को अवगत कराते हुए राहत के प्रयास किए जा रहे हैं। सपना देवी शर्मा, सरपंच, ग्राम पंचायत लापस्या